लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र इस समय जारी है, और मंगलवार को विधानसभा में एक अजीब और चौंकाने वाली घटना सामने आई। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस मामले को लेकर पूरे सदन में नाराजगी जाहिर की। दरअसल, किसी विधायक ने सदन में पान मसाला खाकर उसे वहीं थूक दिया। इस घटना को लेकर अध्यक्ष महाना ने सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी और कहा कि यह अनुशासनहीनता का गंभीर मामला है। हालांकि, उन्होंने पान मसाला थूकने वाले विधायक का नाम उजागर नहीं किया है, लेकिन अब यह सवाल उठ रहा है कि वह विधायक कौन है और क्या वह अपनी गलती स्वीकार करेगा?
विधानसभा अध्यक्ष का कड़ा संदेश
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस मामले की जानकारी सदन को दी और कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक विधायक ने सदन के भीतर पान मसाला खाकर उसे वहीं थूका दिया। यह जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तत्काल व्यवस्था सुधारने के लिए साफ-सफाई करवाई। अध्यक्ष ने सभी विधायकों से अपील की कि अगर भविष्य में कोई ऐसा कृत्य करते हुए देखा जाए तो उसे रोका जाए। उन्होंने कहा, “यह हमारी विधानसभा है, केवल अध्यक्ष की नहीं। इसे स्वच्छ और गरिमामय बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।”
विधायक की पहचान हो चुकी है
सतीश महाना ने स्पष्ट किया कि पान मसाला थूकने वाले विधायक की पहचान हो चुकी है। अब यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह विधायक अपनी गलती स्वीकार कर खुद सामने आता है या नहीं। अगर वह ऐसा नहीं करता, तो विधानसभा अध्यक्ष को उसे बुलवाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह घटना विधानसभा में पहली बार घटित हुई है, जिससे सभी ने चौंकने का अनुभव किया है। विधानसभा में इस तरह का अनुशासनहीनता का मामला किसी ने पहले कभी नहीं देखा था।
विधानसभा की कार्यवाही में खलल
इस घटना के बाद विधानसभा में और भी गहमागहमी का माहौल बना। सोमवार को भी सदन में हंगामा देखने को मिला था, जब समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने बजट पर चर्चा नहीं कराने के विरोध में वेल में आकर धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी। अब मंगलवार को इस अनियंत्रित घटना ने विधानसभा की गरिमा को और भी गिरा दिया है।
सवाल: विधायक सामने आएगा?
अब सवाल यह है कि पान मसाला थूकने वाला विधायक आखिर सामने आएगा या नहीं? विधानसभा अध्यक्ष के कड़े शब्दों के बाद यह देखा जाएगा कि विधायक अपनी गलती स्वीकार करता है या मामले को और उलझाता है। फिलहाल, विधानसभा के अधिकारियों के मुताबिक, यह एक बेहद अस्वीकार्य घटना है, और अगर कोई भी विधायक इसे ठीक से नहीं लेता, तो उसे सख्त सजा का सामना करना पड़ सकता है।
आगामी सत्र की स्थिति
यह घटना विधानसभा सत्र की कार्यवाही के बीच सामने आई है, जो 5 मार्च तक चलेगा। इस दौरान विधानसभा और विधान परिषद दोनों चलती रहेंगी। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, और यह विधानसभा के कार्य को प्रभावित कर सकता है। वहीं, अगले कुछ दिनों में यह देखना होगा कि क्या इस मामले में कोई और नया मोड़ आता है या विधानसभा अध्यक्ष अपने निर्देशों के अनुसार मामले को निपटाने में सफल रहते हैं।