रांची : रांची जिले के छह अंचलों में जिला प्रशासन द्वारा एक साथ म्यूटेशन शिविर का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य लंबित म्यूटेशन मामलों का समाधान करना था। शिविर में 10 डिसमिल तक के लंबित मामलों का निष्पादन करते हुए आवेदकों को करेक्शन स्लिप प्रदान किया गया। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने कांके अंचल में शिविर में आवेदकों को शुद्धि पत्र प्रदान किए। इसी तरह, अन्य अंचलों में भी वरीय पदाधिकारियों ने आवेदकों को करेक्शन स्लिप दी। बता दें कि यह शिविर शहर, ओरमांझी, कांके, माण्डर, नामकुम और रातू में लगाया गया था।
अस्वीकृत दाखिल-खारिज की समीक्षा
इस शिविर में एक महत्वपूर्ण कदम अस्वीकृत दाखिल-खारिज मामलों की समीक्षा की प्रक्रिया भी रही। उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया था कि बिना ठोस कारण के दाखिल-खारिज के आवेदन अस्वीकृत न किए जाएं। अस्वीकृत मामलों की समीक्षा के लिए वरीय पदाधिकारियों को नियुक्त किया गया है जो यह सुनिश्चित करेंगे कि रिजेक्शन का कारण उचित था या नहीं। अस्वीकृत मामलों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि आवेदकों को यह समझने में मदद मिल सके कि उनके आवेदन को क्यों अस्वीकृत किया गया।
1841 आवेदन को किया गया स्वीकृत
इसके अलावा यदि किसी अंचल कार्यालय में बिचौलिये सक्रिय पाए जाते हैं तो स्थानीय थाना या पीसीआर को सूचना देने की अपील की गई है। जन शिकायत के लिए जारी व्हाट्सएप नंबर 9430328080 पर भी शिकायत दर्ज करा सकते है, जिस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। 6 अंचलों में आयोजित दाखिल-खारिज राजस्व शिविर में कुल 5461 मामलों में से 1841 को स्वीकृत किया गया जबकि 2008 मामले अस्वीकृत किए गए। शहर अंचल में 896 में से 346, नामकुम में 1721 में से 484, कांके में 1347 में से 486, रातू में 922 में से 277, ओरमांझी में 366 में से 180 और मांडर अंचल में 209 में से 68 मामले स्वीकृत किए गए।