Patna (Bihar) : बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने आगामी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2025 को लेकर छात्रों और अभिभावकों को साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने की महत्वपूर्ण सलाह दी है। राज्य भर में साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए लगातार जागरूकता अभियान चला रही इस नोडल एजेंसी ने 4 मई को होने वाली इस प्रतिष्ठित परीक्षा के मद्देनजर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
फर्जी फोन कॉल्स से रहें सावधान
आर्थिक अपराध इकाई ने NEET 2025 में शामिल होने वाले सभी अभ्यर्थियों से विशेष रूप से सतर्क रहने का आग्रह किया है। एजेंसी ने आशंका जताई है कि जालसाज परीक्षा के संबंध में विभिन्न प्रकार की अफवाहें और भ्रम फैला सकते हैं। ये धोखेबाज फर्जी फोन कॉल और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, व्हाट्सएप और अन्य माध्यमों से अभ्यर्थियों के बीच परीक्षा से जुड़ी गलत सूचनाएं प्रसारित कर सकते हैं। EOU की टीम ऐसे संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है, ताकि किसी भी छात्र को ठगी का शिकार होने से बचाया जा सके।
प्रश्न पत्र के नाम पर हो सकती है ठगी
EOU ने यह भी चेतावनी दी है कि साइबर अपराधी परीक्षा के प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराने का झांसा देकर लोगों से पैसे ठग सकते हैं। इस संबंध में सभी अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को अत्यंत सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि किसी परीक्षार्थी को NEET परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र या उत्तर पत्र उपलब्ध कराने के संबंध में कोई फर्जी कॉल आए या उन्हें सोशल मीडिया और ईमेल पर ऐसे संदेश मिलें जिनमें पैसे की मांग की जाए, तो इसकी सूचना तुरंत अपने नजदीकी थाने या साइबर थाने को दें। आपकी त्वरित सूचना से इन ठगों के नापाक मंसूबों को विफल किया जा सकता है।
प्रश्न पत्र लीक करने वाला सरगना गिरफ्तार
गौरतलब है कि पिछले साल 5 मई, 2024 को आयोजित NEET परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने का मामला सामने आया था, जिसने देश भर में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इस मामले का मुख्य सरगना और मास्टरमाइंड संजीव मुखिया था, जो कई महीनों से कानून की पकड़ से दूर था। हालांकि, हाल ही में आर्थिक अपराध इकाई और दानापुर पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर उसे सगुना मोड़ स्थित एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उधर, NEET पेपर लीक मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा भी समानांतर रूप से की जा रही है।
फर्जी मैसेज मिलने पर करें ये काम
EOU ने छात्रों और अभिभावकों से यह भी अपील की है कि यदि उन्हें NEET परीक्षा से संबंधित कोई अफवाह या भ्रम फैलाने वाला संदेश प्राप्त होता है, तो कृपया इसे किसी भी अन्य ग्रुप में फॉरवर्ड न करें। यदि किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रश्न पत्र और उत्तर पत्र वायरल करने की बात सामने आती है, तो तुरंत उस पोस्ट को करने वाले व्यक्ति और सोशल मीडिया से संबंधित यूआरएल की जानकारी संबंधित थाने या साइबर थाने को दें, ताकि इसकी तत्काल जांच की जा सके और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। EOU द्वारा जारी यह एडवाइजरी NEET 2025 की निष्पक्षता और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।