सेंट्रल डेस्क : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के सदस्य अब जल्द ही अपनी भविष्य निधि को आसानी से और त्वरित रूप से निकालने के लिए ATM कार्ड का उपयोग कर सकेंगे। केंद्रीय श्रम मंत्री, मनसुख मंडाविया ने एक अहम घोषणा की है कि EPFO इस साल जून तक अपना नया सॉफ्टवेयर सिस्टम EPFO 3.0 लॉन्च करने जा रहा है। यह नया सॉफ़्टवेयर सिस्टम EPFO के सदस्यों के लिए सुविधाओं में एक महत्वपूर्ण सुधार साबित होगा। इस नए सिस्टम के माध्यम से, EPFO सदस्यों को बैंकिंग सिस्टम के समान सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उनका अनुभव पहले से कहीं बेहतर होगा।
EPFO 3.0 : सुधार की दिशा में एक कदम और
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि EPFO 3.0 को एक उपयोगकर्ता-मित्र (User-Friendly) वेबसाइट और मोबाइल एप के रूप में पेश किया जाएगा, जिससे ईपीएफओ के सदस्यों के लिए खाता संबंधी कार्य और सेवाओं का प्रबंधन करना और भी आसान हो जाएगा। इस नए सिस्टम का उद्देश्य EPF सदस्यों के अनुभव को और बेहतर बनाना, प्रक्रियाओं को सरल बनाना और सेवाओं में सुधार लाना है। इसके अलावा, यह सिस्टम सदस्यों को उनके रिटायरमेंट फंड पर अधिक नियंत्रण और पहुंच प्रदान करेगा।
ATM कार्ड से निकासी : कर्मचारियों को मिलेगा नया लाभ
EPFO 3.0 के लॉन्च के बाद, सदस्य आसानी से ATM कार्ड के माध्यम से अपनी EPF राशि तक पहुंच बना सकेंगे। केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि यह नया बदलाव वित्तीय आपातकालों में कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। इसके तहत, कर्मचारी अपनी EPF बचत को किसी भी ATM से निकाल सकेंगे, जिससे उन्हें अप्रत्याशित खर्चों के लिए तुरंत पैसे मिल सकेंगे।
हालांकि, इस सुविधा के तहत निकासी के कुछ नियम भी होंगे। जैसा कि श्रम सचिव सुमिता डावरा ने पिछले महीने कहा था, 2025 तक EPFO के सदस्य ATM के माध्यम से अपने PF की निकासी कर सकेंगे, लेकिन निकासी की सीमा कुल शेष राशि का 50 प्रतिशत तक होगी। यानी, कर्मचारी अपनी EPF राशि का आधा हिस्सा ही ATM से निकाल सकेंगे।
नई योजना : पेंशन योगदान में लचीलापन
EPFO के नए सुधारों में एक और महत्वपूर्ण पहल है, जो पेंशन योगदान से जुड़ी है। वर्तमान में, कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के योगदान की सीमा 12 प्रतिशत है, जिसमें से 8.33 प्रतिशत EPS में और 3.67 प्रतिशत EPF में जाता है।
लेकिन EPFO अब पेंशन योगदान में लचीलापन लाने की योजना पर काम कर रहा है। इसके तहत कर्मचारियों को EPS में अपने योगदान को बढ़ाने या घटाने का विकल्प दिया जाएगा, ताकि वे अपनी भविष्य निधि और पेंशन योजना को अपनी आवश्यकता के हिसाब से समायोजित कर सकें। इससे कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति योजना में और अधिक लचीलापन मिलेगा और वे अपनी बचत को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकेंगे।
कर्मचारी भविष्य निधि योजना (EPF) में वर्तमान योगदान संरचना
हाल के समय में, EPFO में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान 12 प्रतिशत रहता है। इसमें कर्मचारी का पूरा योगदान EPF में जाता है, जबकि नियोक्ता का 12 प्रतिशत योगदान EPF (3.67 प्रतिशत) और EPS (8.33 प्रतिशत) में बांटा जाता है। इसके अलावा, सरकार भी 15,000 रुपये से कम आय वाले कर्मचारियों के लिए EPS में 1.16 प्रतिशत का योगदान देती है।
EPFO 3.0 : भविष्य की दिशा
EPFO 3.0 का उद्देश्य सिर्फ तकनीकी सुधार ही नहीं है, बल्कि इसके जरिए EPFO सदस्यों को अपनी भविष्य निधि से जुड़े सभी कार्यों को सरल और सुविधाजनक बनाने का है। यह नया सिस्टम EPFO के सदस्य-आधारित कार्यों को तेज, सुरक्षित और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। नए सिस्टम से न केवल EPF प्रक्रिया में सुधार होगा, बल्कि यह कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट फंड पर अधिक नियंत्रण और पहुंच प्रदान करेगा। इस नए सिस्टम के साथ ही EPFO ने अपनी सेवाओं में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है, जिससे देश भर के लाखों कर्मचारियों को फायदा होगा।
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