सेंट्रल डेस्क : भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है, और देश में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में यह बताया गया कि भारत में दुनिया में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि अब से भारत में बेचे जाने वाले प्रत्येक नए दोपहिया वाहन के साथ दो ISI प्रमाणित हेलमेट दिए जाएं।
हर साल भारत में लगभग 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं
गडकरी ने यह टिप्पणी दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान की, जहां उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जताई। उनके मुताबिक, हर साल भारत में लगभग 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 1,88,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इनमें से 69,000 से ज्यादा दुर्घटनाएं दोपहिया वाहनों से संबंधित होती हैं, जो एक बहुत ही चिंताजनक स्थिति है।
हेलमेट का उपयोग सिर्फ नियम नहीं बल्कि एक जरूरत
इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए टू-व्हीलर हेलमेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (THMA) के अध्यक्ष राजीव कपूर ने कहा कि हेलमेट का उपयोग सिर्फ एक नियम नहीं बल्कि एक जरूरत बन चुका है। THMA ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करेगा कि देश भर में ISI प्रमाणित हेलमेट की उपलब्धता बढ़े और हेलमेट के उपयोग को बढ़ावा मिले।
दुर्घटनाओं सर्वाधिक मौतें 18 से 45 वर्ष के बीच
गडकरी का कहना है कि यह कदम सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। सड़क दुर्घटनाओं में खासकर 18 से 45 वर्ष के बीच के लोग अधिक प्रभावित होते हैं, और इस आयु वर्ग के लोगों में दुर्घटनाओं से होने वाली मौतें भी ज्यादा होती हैं। हेलमेट का सही तरीके से इस्तेमाल करने से मृत्यु दर में 40 प्रतिशत तक और गंभीर चोटों में 70 प्रतिशत तक कमी आ सकती है, जैसा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है।
अनिवार्य रूप से नहीं हो रहा नियमों का पालन
भारत में सड़क सुरक्षा को लेकर लंबे समय से प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन दोपहिया वाहनों के लिए हेलमेट का उपयोग अभी तक पूरी तरह से अनिवार्य नहीं हो पाया है। हालांकि, कई राज्यों में हेलमेट के उपयोग के लिए नियम लागू किए गए हैं, फिर भी देश भर में इसका पालन में अंतर देखा जाता है।
सिर के चोट रोकने से सबसे प्रभाव उपाय है हेलमेट
गडकरी ने यह भी बताया कि हेलमेट का उपयोग सिर की चोटों को कम करने और दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को रोकने के लिए सबसे प्रभावी उपायों में से एक है। इस प्रस्ताव से यह उम्मीद जताई जा रही है कि सड़क सुरक्षा के मामले में एक महत्वपूर्ण बदलाव होगा, और यह कदम न केवल सड़क पर सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि लोगों की जान भी बचा सकेगा।
अब अगले कदम का इंतजार
इस प्रस्ताव पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार इसे कानून के रूप में लागू करने में सफल हो पाती है। हालांकि, यह कदम सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में एक अहम प्रयास प्रतीत हो रहा है, जो भविष्य में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी ला सकता है।


