बहरागोड़ा : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आयकर विभाग द्वारा कारोबारी सुनील श्रीवास्तव के ठिकानों पर की गई छापेमारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बहरागोड़ा में एक सार्वजनिक सभा के दौरान हेमंत सोरेन ने इस कार्रवाई को भाजपा की एक “राजनीतिक साजिश” करार दिया है। उनका कहना था कि राज्य में भाजपा का एक नया कैडर उभरकर सामने आ रहा है, जो इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
छापेमारी को सीएम ने बताया नया राजनीतिक षड्यंत्र
आयकर विभाग ने हाल ही में झारखंड में कारोबारी सुनील श्रीवास्तव और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जब्त किया गया और इन लोगों पर काले धन से संबंधित आरोप लगाए गए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह सब एक नया राजनीतिक षड्यंत्र है, जो भाजपा की ओर से हमारी सरकार और हम पर दबाव डालने के लिए किया जा रहा है।” उन्होंने स्पष्ट रूप से यह भी कहा कि उन्हें इस मामले को लेकर कोई चिंता नहीं है और वे स्थिति का पूरी तरह से सामना करेंगे। “हम सही रास्ते पर हैं, हमें इन सब चीजों से डरने की कोई जरूरत नहीं है। हम जो कर रहे हैं, वह सही है, और हम इसका मुकाबला करेंगे,” सोरेन ने अपनी बात रखी।
आयकर विभाग की कार्रवाई और राजनीतिक विवाद
झारखंड में मुख्यमंत्री के खिलाफ इस छापेमारी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। विपक्षी दलों का आरोप है कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार के खिलाफ राजनीतिक दबाव बनाने के लिए की जा रही है। वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया है कि झारखंड की सत्ताधारी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और छापेमारी का उद्देश्य इस भ्रष्टाचार को उजागर करना है।
मुख्यमंत्री ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा की राजनीति अब इस स्तर तक गिर चुकी है कि वह हर मुद्दे को नकारात्मक रूप से पेश कर रही है। हम इन दबावों से डरने वाले नहीं हैं। वे छापेमारी करें, हम अपना काम जारी रखेंगे।
झारखंड में राजनीतिक तापमान बढ़ा
झारखंड में इन दिनों राजनीतिक तनाव अपने चरम पर है। आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी सरकार जनता के हित में काम कर रही है और राज्य में कोई भी राजनीतिक षड्यंत्र उनके प्रशासन को विचलित नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी कहा, “हमारा काम और हमारी नीतियां साफ और पारदर्शी हैं। हम किसी भी राजनीतिक दबाव से प्रभावित होने वाले नहीं हैं।” सोरेन का यह बयान दर्शाता है कि राज्य में सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच राजनीतिक संघर्ष और भी गहरा सकता है।
मुख्यमंत्री ने जनता से यह भी अपील की कि वे ऐसे राजनीतिक षड्यंत्रों से विचलित न हों और राज्य के विकास की दिशा में उनका समर्थन बनाए रखें। उनका यह बयान आने वाले समय में राज्य की राजनीति को और अधिक उबाल सकता है, खासकर जब छापेमारी और आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी रहेगा।
राजनीतिक साजिशों का मुकाबला करेंगे: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का यह स्पष्ट संदेश था कि वे किसी भी राजनीतिक साजिश या दबाव से डरने वाले नहीं हैं। उनका कहना था, “हमारे द्वारा किए गए कार्य सही हैं, और हम अपने काम में पूरी तरह से विश्वास रखते हैं। हम जनता के बीच अपने दायित्वों को पूरी ईमानदारी से निभाएंगे।” इन घटनाक्रमों के बीच, झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक समीकरण और अधिक दिलचस्प होते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सोरेन ने इस बयान के जरिए यह दिखा दिया कि उनका आत्मविश्वास कहीं से भी डिगा नहीं है और वे हर राजनीतिक चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।