- 2023 में 208 और 2022 में 201 मिली थी
नई दिल्ली : दिल्ली में दीवाली पर लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े, दीवाली पर हादसों को देखते हुए दिल्ली पुलिस और फायर विभाग ने पूरी तरह से तैयारी कर रखी थी। फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट को रात को पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा हादसों के फोन आए। सिर्फ 12 घंटे में 318 से ज्यादा कॉल इस डिपार्टमेंट के पास आए थे। जिसके कारण दीवाली की रात दमकल विभाग के कर्मचारियों के लिए भाग-दौड़ भरी रही। कंट्रोल रूम में कॉल आते रहे और फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंचती रही। बता दें. दीपावली को देखते हुए अग्निशमन विभाग पहले से अलर्ट था। अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द थी। जबकि दिल्ली पुलिस के पास भी इसी तरह से अनगिनत कॉल मिली। हर एक कॉल पर पुलिस ने तुरंत कार्यवाई करते हुए कॉल का समाधान भी किया था।
दिल्ली दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा, दीवाली की रात 31 अक्टूबर की शाम 5 बजे से लेकर एक नवंबर की सुबह 5 बजे तक 318 जगहों पर आग लगने की कॉल मिली थी। आगजनी में तीन लोगों की जान चली गई और 12 लोग जख्मी हो गए। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। छोटी-मोटी आग की घटनाओं में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
एक घटना सागरपुर में हुई, जहां दो लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि दूसरी घटना दरियागंज में हुई, जिसमें एक की मौत हुई। जबकि द्वारका के छावला इलाके में पटाखे के साथ एक यात्री यात्रा कर रहा था। जब पटाखे में आग लग गई इसके बाद पटाखे फूटने लगे। जिससे बस में आग भड़क गई। इस घटना में दो लोग घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि दिल्ली में फायर ब्रिगेड के 32 सौ कर्मचारी तैनात थे। दिल्ली में पटाखा प्रतिबंध था। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि आगजनी की घटनाएं ज्यादा नहीं होंगी। फिर भी फायर विभाग हर एक चुनौतियों का सामना करने को तैयार था।
पिछले 10 सालों में हुए हादसे
साल – कॉल
2024 – 318
2023 – 208
2022 – 201
2021 – 152
2020 – 205
2019 – 245
2018 – 271
2017 – 204
2016 – 243
2015 – 290
2014 – 211
2013 – 177
2012 – 184
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