नई दिल्ली: इस्राइल व हमास के बीच फिलिस्तीन के गाजापट्टी में हो रहे युद्ध के बीच भारत सरकार ने इस्राइल फंसे भारतीयों को निकालना शुरू कर दिया है। इसके लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय (Operation Ajay) शुरू किया है। इसके तहत पहला जत्था विशेष विमान से नई दिल्ली शुक्रवार को पहुंच गया है। पहले जत्थे में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को मिलाकार कुल 212 लोग शामिल हैं जो भारत पहुंचे हैं। लोगों ने दिल्ली पहुंचते ही भारत सरकार को धन्यवाद दिया। उनका कहना है कि हम अब अपने देश में हैं, बहुत खुशी हो रही है।
इस्राइल से भारत के लिए उड़ान भरने से पहले भारतीय छात्रों व अन्य लोगें ने कहा कि हम भारत जा रहे हैं। इस लिए बहुत खुश हैं। यहां सब कुछ बहुत डरावना हो चुका है। हम घर जाने वाले हैं। हमें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद। इसके अलावा, तेल अवीव विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हर्ष ने कहा था कि अब राहत मिल रही है। क्योंकि युद्ध के बीच यहां रहना सुरक्षित नहीं है।
अब तक 2500 से अधिक लोगों की हो चुकी है मौत:
हमास ने शनिवार सात अक्टूबर को सुबह इस्राइल पर हमला किया था, जिसके बाद से अब तक दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है। हमले में दोनों पक्षों के करीब 2500 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच इस्राइल में फंसे भारतीयों को वापस भारत लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय शुरू किया है
जानिए क्या हैं इस हमले के तीन प्रमुख कारण:
हमास ने कहा कि ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। हमास ने कहा कि इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।
भारतीय कंपनियों व नागरिकों से दूतावास ने साधा संपर्क:
युद्ध के बीच तेल अवीव में भारतीय दूतावास के उप-प्रभारी राजीव बोडवाडे और वाणिज्यिक प्रतिनिधि नवीन रामकृष्ण ने इस्राइल में भारतीय कंपनियों से संपर्क कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। दूतावास की ओर से भारतीय नागरिकों को ईमेल से देश लौटने के लिए उपलब्ध उड़ानों की जानकारी दी जा रही है। भारतीयों को लाने के लिए वायुसेना का परिवहन विमान स्टैंड बाई में रखा गया है। जरूरत हुई, तो विमान को इस्राइल भेजा जाएगा। विदित हो कि इस्राइल में बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई करने के लिए जाते हैं। जिन्हें निकालना भारत सरकार की पहली प्राथमिकता है।