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सिक्किम में जल प्रलय से हाहाकार, अब तक 51 की मौत,इसमें 11 सेना के जवान, 145 अभी भी लापता

by Rakesh Pandey
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गंगटोक: सिक्किम में बादल फटने की वजह से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से सेना के 11 जवानों समेत 51 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 145 लोग अभी भी लापता हैं। जिसमें सेना के कई जवान शामिल हैं। बाढ़ से राज्य में भारी पैमानें पर नुकसान हुआ है। इस बीच सेना के लापता जवानों को खेजने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। इसमें आईटीबीपी के जवानों को लगाया गया है। जिन्होंने अब तक 68 लोगों को सुरक्षित निकाला है।

वहीं हादसे से जुड़े वीडियो और तस्वीरें अब शोसल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरें और वीडियोज़ में दिखाई दे रहा है कि तेजी से आई इस बाढ़ ने किस तरह सिक्किम के तमाम ज़िलों में सड़कों और पुलों को ताश के पत्तों की तरह बिखेर दिया।

सिक्किम के 11 पुल तबाह हुए हैं जिनमें से आठ पुल मंगन ज़िले में स्थित हैं। दो पुल नामची और गंगटोक में मौजूद थे। इसके साथ ही सिक्किम में वॉटर पाइप लाइन, सीवेज़ लाइन समेत 277 घर तबाह हो गए हैं। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक़, इस हादसे से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या बाइस हज़ार से ज़्यादा है। इनमें से अब तक 2,011 लोगों को बचाया जा सका है।

राज्य सरकार ने हादसे से प्रभावित चार ज़िलों में राहत शिविर लगाए हैं। वहीं, गंगटोक ज़िले में बनाए गए राहत शिविर में 1,025 लोगों ने शरण ली हुई है। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सबसे ज़्यादा प्रभावित सिंगटाम इलाक़े का दौरा करके हालात का जायजा लिया है।

पनबिजली परियोजना को हुआ बड़ा नुकसान:

केंद्र सरकार ने कहा कि वह बाढ़ का पानी कम होने के बाद सिक्किम में पनबिजली परियोजनाओं को हुए नुकसान का विस्तृत आकलन करेगी। बिजली मंत्रालय ने कहा कि राज्य के स्वामित्व वाली पनबिजली कंपनी एनएचपीसी पनबिजली परियोजनाओं को जल्द से जल्द चालू करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है। बिजली सचिव पंकज अग्रवाल ने बुधवार को एनएचपीसी के साथ एक आपातकालीन बैठक की, जिसमें मंत्रालय और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

कई पुल बह गए:

तीस्ता बेसिन में अचानक आई बाढ़ के कारण, तीस्ता-5 पनबिजली स्टेशन से तारखोला और पाम्फोक तक नीचे की ओर सभी पुल जलमग्न हो गए हैं या बह गए हैं, जिससे इन क्षेत्रों में यात्रा और संचार प्रभावित हुआ है। बाढ़ का पानी तीस्ता वी पावर स्टेशन के बांध को पार कर गया। परियोजना स्थलों को जोड़ने वाली सभी सड़कों के साथ-साथ आवासीय कॉलोनी के कुछ हिस्सों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है।

सेना उत्तरी सिक्किम में फंसे लोगों को भोजन दे रही:

लापता सेना के जवानों को खोजने के अलावा भारतीय सेना उत्तरी सिक्किम में फंसे लोगों और पर्यटकों को भोजन, चिकित्सा सहायता और संचार सुविधाओं में मदद कर रही है। पीआरओ डिफेंस ने बताया, “हम तीस्ता बैराज के निचले इलाकों में लापता सैनिकों की तलाश कर रहे हैं। सिंगताम के पास बुरदांग में घटना स्थल पर सेना की गाड़ियों को खोदकर निकाला जा रहा है और सामानों को बरामद किया जा रहा है। खोज अभियान में मदद के लिए तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू, ट्रैकर कुत्तों, विशेष राडार की टीम और अतिरिक्त संसाधन लाए गए हैं।

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