पटना : पटना के भूतनाथ रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में शुक्रवार 17 जनवरी की शाम उस समय एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब एक ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। यह हादसा तब हुआ जब गाड़ी से सिलेंडर को अस्पताल में उतारा जा रहा था। सिलेंडर के फटने से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को तुरंत नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मच गई अफरातफरी, दहशत का माहौल
सिलेंडर फटने के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। सिलेंडर के फटने की आवाज इतनी जोरदार थी कि आसपास के लोग सहम गए। कुछ समय तक तो किसी को समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ है। घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में हलचल मच गई, और लोग यह समझने में असमर्थ थे कि यह हादसा था या कुछ और। अस्पताल के पास खड़ी एक कार भी इस सिलेंडर के धमाके से क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के तुरंत बाद अगमकुआं थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू कर दी।
मृतक और घायल की पहचान अभी बाकी
अगमकुआं थाना प्रभारी संतोष कुमार ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक और घायल दोनों व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह सिलेंडर जो फटा, वह अस्पताल में लंबी अवधि तक इस्तेमाल होने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर का एक हिस्सा था। घटना के वक्त जो व्यक्ति सिलेंडर लेकर अस्पताल के अंदर जा रहा था, वह सिलेंडर के फटने से घायल हुआ और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
समीप खड़ा मरीज का परिजन हुआ घायल
इस घटना में घायल व्यक्ति के बारे में बताया गया कि वह किसी मरीज का परिजन था। विस्फोट के समय वह घटनास्थल पर ही खड़ा था। उसकी चोटों के कारण उसे नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस फिलहाल दोनों व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस की जांच जारी, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे
घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया है, ताकि सिलेंडर फटने के कारणों का पता चल सके। माना जा रहा है कि सिलेंडर में कोई तकनीकी खराबी हो सकती है, जिसके चलते यह हादसा हुआ। घटनास्थल पर खड़ी कार के भी क्षतिग्रस्त होने से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सिलेंडर का धमाका बेहद जोरदार था।
सिलेंडर फटने की घटनाएं चिंताजनक
यह घटना अस्पतालों में सुरक्षा प्रोटोकॉल की अहमियत को और भी बढ़ा देती है। ऑक्सीजन सिलेंडर जैसे संवेदनशील उपकरणों का इस्तेमाल करते समय सुरक्षा मानकों का पालन करना बेहद जरूरी है। पटना में हुए इस हादसे ने अस्पतालों के लिए एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा किया है कि क्या ऑक्सीजन सिलेंडर को सुरक्षित तरीके से हैंडल किया जा रहा है?