भोजपुर: बिहार के शाहपुर और कोईलवर में रह रही दो पाकिस्तानी महिलाओं को अब भारत छोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। यह जानकारी भोजपुर के एसपी ने दी है, जिन्होंने बताया कि इन महिलाओं के पास लंबी अवधि का वीजा है, जिसके तहत उन्हें भारत में रहने की अनुमति प्राप्त है।
एसपी का बयान
भोजपुर के एसपी मिस्टर राज ने कहा, “दोनों पाकिस्तानी महिलाओं के पास लंबे समय तक का वीजा है, वे भारत में रह सकती हैं। इसके अलावा, इस समय और कोई पाकिस्तानी नागरिक इस जिले में नहीं रह रहा है।” यह बयान दो पाकिस्तानी महिलाओं आसरी बेगम और आसमां के संदर्भ में आया है, जो वर्षों से भारत में रह रही हैं।
भारत आने की दिलचस्प कहानी
आसरी बेगम और आसमां की भारत आने की कहानी दिलचस्प और ऐतिहासिक है। यह कहानी भारत-पाकिस्तान के विभाजन के समय से जुड़ी हुई है। सन 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ, तब भोजपुर जिले के रानीसागर और कनैला पंचायत के कई लोग पाकिस्तान चले गए थे, जिसमें आसरी के परिवार का भी नाम था।
1995 में भारत आना
आसरी बेगम ने बताया कि 1995 में पाकिस्तान से भारत एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आई थीं। सभी लोग 2 महीने के वीजा पर भारत आए थे, लेकिन इस दौरान आसरी की मुलाकात शाहपुर के शिवपुर पंचायत के वार्ड नंबर तीन कनैला गांव के निवासी आलमगीर कुरैशी से हुई और दोनों का निकाह हो गया।
30 सालों से भारत में रह रही हैं आसरी
शादी के बाद आसरी अपने पति के साथ भारत में रहने लगीं। अब तक लगभग 30 साल हो गए हैं और वे यहीं पर बस गईं। उनके कुल पांच बच्चे हैं, जिनमें चार लड़कियां और एक लड़का है। दो बेटियों का निकाह भी भारत में ही हो चुका है।
नागरिकता के लिए प्रयास
इन 30 वर्षों में, आसरी बेगम ने भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए कई बार गृह मंत्रालय में आवेदन किया, लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिल पाई। हालांकि, उनका वीजा हर बार बढ़ाया गया और अब उनके पास 2032 तक का वीजा है, जिसके तहत उन्हें भारत में रहने की पूरी अनुमति प्राप्त है।
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