पहलगाम: जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह हमला उस वक्त हुआ जब सैकड़ों पर्यटक वहां छुट्टियां मनाने पहुंचे थे। इस हमले में कर्नाटक के शिवमोगा जिले के मंजूनाथ की भी मौत हो गई, जो अपने परिवार के साथ घाटी घूमने आए थे।
मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी ने हमले के बाद की भयावह स्थिति का जिक्र करते हुए कहा, “हम तीन लोग—मैं, मेरे पति और हमारा बेटा—कश्मीर घूमने आए थे। हमला दोपहर करीब 1:30 बजे हुआ। हम पहलगाम में थे, और मेरे पति मेरी आंखों के सामने मौके पर ही मारे गए।”
पल्लवी के अनुसार, आतंकियों ने विशेष रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि तीन से चार आतंकी अचानक सामने आए और हमला शुरू कर दिया। पल्लवी ने कहा, “जब मैंने आतंकियों से कहा कि तुमने मेरे पति को मार दिया, अब मुझे भी मार दो, तब उनमें से एक बोला—’मैं तुम्हें नहीं मारूंगा, जाओ मोदी को ये बता देना।'”
इस भयावह हमले के बीच स्थानीय लोगों की इंसानियत की मिसाल भी सामने आई। पल्लवी ने बताया कि तीन स्थानीय नागरिक तुरंत उनकी मदद के लिए आगे आए और उनकी व उनके बेटे की जान बचाई।
पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन शुरुआती जांच में यह हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया सुनियोजित हमला माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना के मुख्य बिंदु:
- स्थान: पहलगाम, जम्मू-कश्मीर
- समय: दोपहर लगभग 1:30 बजे
- मृतक: 26 की आशंका, 10 से अधिक घायल
- शिकार: विशेष रूप से हिंदू पर्यटक
- बचाव: स्थानीय नागरिकों ने पल्लवी और उनके बेटे की जान बचाई
- अहम बयान: “जाओ, मोदी को बता देना…” – आतंकी ने कहा
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं, और पहलगाम में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। देशभर में इस हमले को लेकर गुस्सा और शोक का माहौल है।