जम्मू और कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में आज सुबह एक आतंकवादी हमले की खबर सामने आई है, जिसमें कम से कम 30 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। इस हमले में दो विदेशी नागरिकों के भी शामिल होने की जानकारी मिल रही है। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, और हमलावरों का पीछा किया जा रहा है।
घटना का विवरण
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आतंकवादियों ने पहलगाम के पास एक पर्यटकों के काफिले पर हमला किया, जिसमें स्थानीय लोग और दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। eyewitnesses के मुताबिक, आतंकवादियों ने काफिले पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। हमलावरों ने नागरिक वाहनों और पास के लोगों को निशाना बनाया।
विदेशी नागरिक भी हमले में मारे गए
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस हमले में दो विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई है। हालांकि उनकी पहचान और राष्ट्रीयता का खुलासा अभी तक नहीं किया गया है, लेकिन यह घटना अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है। भारतीय सरकार ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।
अमित शाह की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले के बाद गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि हमलावरों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने इस कायरतापूर्ण हमले के दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शने की बात की। इसके बाद अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर के सुरक्षा अधिकारियों से उच्चस्तरीय बैठक की और स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमले की निंदा करते हुए गृह मंत्री को जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बचाव और राहत अभियान
भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस बलों को हमले स्थल पर भेज दिया गया है, और राहत और बचाव कार्य जारी है। कई घायलों को पास के अस्पतालों में भेजा गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। चिकित्सा टीमों ने घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार देने के लिए तेजी से काम करना शुरू कर दिया है।
सुरक्षा चिंता बढ़ी
यह हमला जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को लेकर बढ़ती चिंताओं को और बढ़ा देता है। हालांकि यह क्षेत्र लंबे समय से आतंकवाद का केंद्र रहा है, लेकिन ऐसे हमले स्थानीय निवासियों और पर्यटकों दोनों की सुरक्षा के लिए गंभीर सवाल खड़ा करते हैं। भारतीय सरकार ने इस हमले के तुरंत बाद उच्च स्तरीय बैठकें आयोजित की हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रणनीतियां तैयार की जा रही हैं।