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Pakistan : खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों का बड़ा ऑपरेशन, 10 आतंकवादी ढेर

इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकवादियों के खिलाफ हुई कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल अपनी रणनीतियों को और सख्त कर रहे हैं, लेकिन खतरा अभी भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।

by Rakesh Pandey
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पेशावर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षा बलों ने एक बड़े अभियान में 10 आतंकवादियों को मार गिराया। यह कार्रवाई रविवार रात से सोमवार सुबह के बीच बाग इलाके में हुई। सेना की मीडिया शाखा, ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (आईएसपीआर) के मुताबिक, सुरक्षा बलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियां हो रही हैं, जिसके बाद इस अभियान की योजना बनाई गई और उसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।

अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने जबर्दस्त मुठभेड़ की, जिसमें 10 आतंकवादी ढेर हो गए। इस कार्रवाई को खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादियों के खिलाफ लगातार चल रही सुरक्षा अभियानों का हिस्सा माना जा रहा है।

अलग-अलग छापों में मारे गए सात और आतंकवादी

इससे पहले सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान जिले में दो अलग-अलग छापों का संचालन किया था। इन अभियानों के दौरान सात आतंकवादी मारे गए थे। डेरा इस्माइल खान में सुरक्षा बलों का यह अभियान क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इसके साथ ही अब पूरे इलाके में किसी भी शेष खतरे को खत्म करने के लिए एक और अभियान जारी है।

अगले सप्ताह दक्षिण वजीरिस्तान में हुई थी बड़ी कार्रवाई

इससे पूर्व, दक्षिण वजीरिस्तान जिले में भी एक बड़ा ऑपरेशन हुआ था, जिसमें 30 आतंकवादी मारे गए थे। यह अभियान पाकिस्तान के सुदूर क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशनों का हिस्सा था। इस क्षेत्र में आतंकवादियों की गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिसके कारण सुरक्षा बलों द्वारा नियमित रूप से कार्रवाई की जा रही है।

टीटीपी के संघर्ष विराम के खत्म होने के बाद बढ़ी आतंकवादी गतिविधियां

पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि का एक मुख्य कारण 2022 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा सरकार के साथ संघर्ष विराम समाप्त करना है। इसके बाद से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में आतंकवादी हमलों में भारी वृद्धि देखी गई है। पिछले कुछ महीनों में इन प्रांतों में आतंकवादी हमलों का स्तर 2014 के स्तर के बराबर पहुंच गया है।

इस्लामाबाद स्थित थिंक-टैंक, पाक इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज (PIPS) की हालिया सुरक्षा रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि 2024 में हुए अधिकांश आतंकवादी हमले खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में केंद्रित थे। खैबर पख्तूनख्वा में सबसे अधिक, यानी 295 हमले हुए हैं, जबकि बलूचिस्तान में बलूच विद्रोही समूहों के हमलों में 119 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में असुरक्षा की स्थिति

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हालांकि आतंकवादी अब 2014 की तरह क्षेत्रों को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में असुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। इन क्षेत्रों में लगातार आतंकवादी हमलों की आशंका बनी रहती है, जिसके कारण स्थानीय लोग और सुरक्षा बल दोनों ही भय के वातावरण में जीने को मजबूर हैं।

सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाइयां और उम्मीदें

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाइयों से कुछ राहत की उम्मीद जगी है। हालांकि, इन अभियानों के बावजूद आतंकवादी समूहों का खत्म होना आसान नहीं है, और पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा बलों को इस संकट से निपटने के लिए और भी कड़े कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकवादियों के खिलाफ हुई कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल अपनी रणनीतियों को और सख्त कर रहे हैं, लेकिन खतरा अभी भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। सरकार और सुरक्षा बलों के लिए यह एक लंबी लड़ाई है और उम्मीद की जाती है कि आने वाले महीनों में सुरक्षा व्यवस्था में और सुधार होगा।

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