पलामू : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का मानना है कि जब तक राज्य के आदिम जनजाति का विकास नहीं हो जाता तब तक झारखंड का विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की तरफ से आदिम जनजातियों उत्थान हेतु कई योजनाएं संचालित है। इन योजनाओं का लाभ उठाना होगा। साथ ही बच्चों को शिक्षित करने और शराब छोड़ने की सलाह दी है।
देश में सबसे ज्यादा झारखंड में बनाए जा रहे एकलव्य विद्यालय
राज्यपाल ने कहा है कि 15-20 एकड़ जमीन से भी कीमती शिक्षा है। घर का एक बच्चा शिक्षित होकर पूरे परिवार और समाज को बदल सकता है। शिक्षा को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का झारखंड पर विशेष ध्यान है। यहां के आदिम जनजाति और जनजाति के बच्चे शिक्षित हो, इसके लिए 68 एकलव्य विद्यालय बनाए जा रहे हैं। यह देश के किसी भी राज्य से अधिक है। राधाकृष्णनन ने कहा है कि झारखंड में कम से कम दो और सैनिक स्कूल खोलने के लिए केंद्र सरकार के साथ बात करेंगे। शराब से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि इससे स्वास्थ्य खराब होता है। इलाज पर पैसा खर्च हो जाता है।
अस्पताल और विद्यालये में बायोमेट्रिक हाजिरी का निर्देश
पलामू प्रमंडल के दो दिवसीय दौरे के दौरान पलामू के रामगढ़ प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल पंचायत नावाडीह में जनसंवाद कार्यक्रम में जनता के सवालों का जवाब देते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों और अस्पतालों में शिक्षकों व चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली से हाजिरी बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पलामू प्रमंडल आने से पूर्व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव तथा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव के साथ समीक्षा की थी। विद्यालय में शिक्षकों एवं अस्पताल में चिकित्सों की कमी व अनुपस्थिति पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के सभी विद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति के साथ अस्पताल में चिकित्सों व चिकित्साकर्मियों की भी बायोमेट्रिक प्रणाली से उपस्थिति सुनिश्चित करने का निदेश दिया ताकि कार्य न करने पर वेतन न मिले।
आप सबसे शीघ्र ही हिन्दी में करूंगा संवाद
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन तमिल हैं। वे हिंदी नहीं बोल पाते हैं। इसका उन्हें मलाल है। राज्यपाल अंग्रेजी में बोलते हैं। पलामू के लहलहे और नावाडीह पंचायत में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान अंग्रेजी में जनता के सवालो का जवाब दिया। उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे अंग्रेजी का हिंदी का हिंदी अनुवाद कर लोगों को बता रहे थे। हालांकि राज्यपाल आम लोगों से भावनात्मक रूप से खुद को जोड़ने का पूरा प्रयास करते हैं। राज्यपाल ने कहा है-मैं शीघ्र ही आपसे हिन्दी में संवाद करने लगूँगा।