Palamu (Jharkhand): झारखंड के पलामू जिले में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की कृषि विकास शाखा, सतबरवा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मृत खाताधारी के नाम पर 13 हजार रुपये की अवैध निकासी करने वाले पोंची के बिलरियाटांड निवासी तिलेश्वर भुइयां को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस मामले में बैंक प्रबंधक और सीनियर अकाउंटेंट की सूझबूझ से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की गई।
सीसीटीवी फुटेज बना सबूत, पुलिस पूछताछ में जुटी
बैंक प्रबंधक मनीष प्रसाद और सीनियर अकाउंटेंट अभय कुमार सिंह ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तिलेश्वर भुइयां को चिन्हित किया और उसे सतबरवा थाना पुलिस को सौंप दिया। थाना प्रभारी विश्वनाथ कुमार राणा ने मंगलवार को इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पुलिस फिलहाल आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है, ताकि इस धोखाधड़ी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।
अकाउंटेंट अभय कुमार सिंह ने बताया कि 27 मार्च 2025 को मानसोती गांव के दिवंगत विश्वनाथ मोची के एसबीआई अकाउंट संख्या 31948894… से 13 हजार रुपये की अवैध निकासी हुई थी। यह निकासी दोपहर दो बजकर दो मिनट पर तिलेश्वर भुइयां द्वारा की गई।
“एक बच्चा बार-बार विश्वनाथ मोची का नाम लेने को कह रहा था…”
पुलिस पूछताछ में तिलेश्वर भुइयां ने स्वीकार किया है कि जब वह बैंक लाइन में खड़ा था, तो उसके पीछे एक बच्चा बार-बार उसे विश्वनाथ मोची का नाम लेने और मृतक के पासबुक से पैसे निकालने के लिए कह रहा था। तिलेश्वर के अनुसार, पैसे की निकासी के बाद उसे मात्र एक हजार रुपये दिए गए और बाकी पैसे निकलवाने वाले ने रख लिए। तिलेश्वर ने यह भी बताया कि इस धोखाधड़ी में पैसे निकलवाने वालों की संख्या तीन थी।
मृतक की पत्नी ने किया खुलासा, कई बिचौलियों का खेल
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मृतक विश्वनाथ मोची की पत्नी सहोदरी देवी ने एक सीएसपी (ग्राहक सेवा केंद्र) में अपने पति के बैंक अकाउंट को चेक किया। सहोदरी देवी ने बताया कि उनके पति की मृत्यु 14 जून 2024 को हो गई थी। 5 मई 2025 को वह बैंक गईं और इसकी जानकारी दी। सहोदरी के अनुसार, उन्होंने पहले मुक्ता गांव के रब्बानी अंसारी को पासबुक चेक करने के लिए दिया था। रब्बानी ने यह कहकर पासबुक ताबर गांव के सीएसपी संचालक इश्तियाक को सौंप दिया था कि वह बैंक जाते हैं और एफिडेविट कराने के बाद पैसे की निकासी उसकी पत्नी को करा देंगे।
अकाउंटेंट के अनुसार, सीएसपी संचालक इश्तियाक के बाद बैंक पासबुक बोहिता के परवेज अंसारी और सेहरा के उस्मान अंसारी के पास भी पहुंचा था। बैंक का मानना है कि इन तीनों की मिलीभगत से ही पैसों की यह अवैध निकासी हुई है। वहीं, रब्बानी अंसारी ने बैंक को लिखित आवेदन देकर बताया है कि करीब एक माह पासबुक रखने के बाद सीएसपी संचालक ने उसे पासबुक लौटा दिया था।
झामुमो ने आरबीआई और मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, बैंक अधिकारी का तबादला
इस गंभीर मामले को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रखंड अध्यक्ष मेघनाथ राम, वरिष्ठ झामुमो नेता और पूर्व अध्यक्ष सरवन गुप्ता, तथा बाबू भाई ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को पत्र लिखकर बैंक में हुई इस बड़ी गड़बड़ी की जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि अखबार में छपी खबर के बाद बैंक के एक अकाउंटेंट का तबादला भी कर दिया गया है। पुलिस इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में जुटी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।