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पिछले 70 सालों से ठगे जा रहे पसमांदा मुस्लिम, अब भाजपा लड़ रही है इनके हक की लड़ाई: रणधीर

by Rakesh Pandey
पिछले 70 सालों से ठगे जा रहे पसमांदा मुस्लिम
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जामताड़ा : देश की आजादी के बाद से ही हमारे पसमांदा मुस्लिम समाज के भाई खुद को सेकुलर कहने वाली पार्टियों के हाथों ठगे जा रहे हैं। बात जब इनके हित की आती थी लोग मुस्लिम समाज के अगड़ों को खड़ी कर देती थी। कांग्रेस जैसी पार्टियों ने देशभर में मौजूद 85 फीसदी आबादी वाले पसमांदा मुस्लिमों को कभी नेतृत्व देने का काम नहीं किया। जबसे केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार आई है, पसमांदा समाज के हित की बात शुरू हो रही है। साथ ही इस समाज को नेतृत्व देने का काम किया है।

पिछले 70 सालों से ठगे जा रहे पसमांदा मुस्लिम : रणधीर

ये बातें सारठ विधायक रणधीर कुमार सिंह ने कहीं। रणधीर रविवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच व आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के संयुक्त सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि दुमका रोड स्थित पाटोदिया धर्मशाला पहुंचे थे। कार्यक्रम का संचालन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच उलेमा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक मौलाना अब्दुर रकीब अंसारी ने किया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच महिला प्रकोष्ठ के सह संयोजिका फरहाना खातून ने कहा कि मुसलमानों मे देशभक्ति पैदा करने के लक्ष्य से सम्मेलन का आयोजन किया गया है।

अधिक से अधिक मुस्लिम महिलाओं को जागरूक कर उन्हें राष्ट्र के प्रति प्रेम व सद्भावना की ओर आकर्षित करने के लक्ष्य से पूरे प्रदेश में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किए जाएंगे।

पसमांदा हैं इस देश के धरती पुत्र:-

पूर्व कृषि मंत्री सह विधायक रणधीर कुमार सिंह ने कहा मुसलमान इस देश के धरती पुत्र हैं। ये कहीं बाहर से नहीं आए हैं। मुसलमानों ने अंग्रेजों को भगाया, क्या मुसलमान देश की तरक्की में नरेंद्र मोदी का साथ नहीं दे सकते। राष्ट्रीयता को मजबूत करने के लिए मुसलमान हर समय कुर्बानी देने के लिए तैयार रहते हैं। 70 वर्षों से मुसलमान को भाजपा तथा आरएसएस का भय दिखाकर अन्य पार्टियों ने वोट लेकर हाशिया पर खड़ा करने का काम किया है। वजीर ए आज़म अटल बिहारी वाजपेयी ने एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया।

भाजपा केंद्रीय कमेटी ने दो पसमांदा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ही लक्ष्य है, सबका साथ सबका विकास। पसमांदा मुसलमानों के विकास किए बगैर इस राष्ट्र का विकास संभव नहीं है।

पसमांदा समाज ने तब किया था देश के बंटवारे का विरोध:-

उन्होंने सम्मेलन के संचालन कर्ता मौलाना रकीब की तारीफ करते हुए कहा कि देश की आजादी मिलने के बाद जो असली मुसलमान थे, वह भारत में रह गए। मुसल्लम ईमान वालों ने मुल्क के बंटवारे का विरोध किया और भारत में रहना पसंद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पसमांदा को जोड़ने के लिए हाथ बढ़ाया है। वह कहना चाहते हैं कि पसमांदा मुस्लिम समाज के लिए यह बहुत अच्छा मौका है। अब मोदी जी का हाथ पकड़िये।

इस दौरान पसमांदा समाज से आए कई अन्य वक्ताओं ने भी सम्मेलन को संबंधित किया। मौके पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच उलेमा प्रकोष्ठ के सह संयोजक मौलाना जियाउल हक अशरफी, आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष डा कलीम अंसारी, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सहसंयोजक एनुल होदा, जहूर आलम, इरफान अंसारी, फिरोज अंसारी, शमीम, अंसारी मौलाना शमीम अख्तर, डा सिराज अंसारी, अब्दुल रज्जाक अंसारी, रहीम अंसारी मकरुद्दीन अंसारी, कुटु मियां, मौलाना इमरान अंसारी आदि काफी संख्या में मुस्लिम समाज के उलेमा एवं आवाम कार्यक्रम में शरीक हुए।

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