सेंट्रल डेस्क : श्रीलंका दौरे के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक ऐतिहासिक यात्रा की। उनके तीन दिवसीय श्रीलंका दौरे का समापन राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ हुआ, जब दोनों ने अनुराधापुरा स्थित प्रसिद्ध जय श्री महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर बौद्ध भिक्षु से आशीर्वाद लिया और बौद्ध धर्म के पवित्र स्थल पर अपने श्रद्धा भाव को व्यक्त किया।
श्रीलंका और भारत के रिश्तों में नई ऊंचाइयां
प्रधानमंत्री मोदी के श्रीलंका दौरे में एक और महत्वपूर्ण क्षण था, जब उन्होंने श्रीलंका के उत्तरी क्षेत्र को राजधानी कोलंबो से जोड़ने वाले रेलवे प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस परियोजना को भारत ने तकनीकी और आर्थिक सहायता प्रदान की है, जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। रेलवे नेटवर्क के विस्तार से न केवल श्रीलंका की परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि यह व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए भी एक नया रास्ता खोलेगा।
अनुराधापुरा: बौद्ध धर्म का ऐतिहासिक केंद्र
अनुराधापुरा, जो बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और वर्ल्ड हेरिटेज स्थलों में शामिल है, प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का प्रमुख स्थान रहा। यह शहर थेरवाद बौद्ध धर्म की जन्मस्थली मानी जाती है और कंबोडिया, लाओस, म्यांमार सहित श्रीलंका के अन्य देशों में भी प्रचलित है। प्रधानमंत्री मोदी ने अनुराधापुरा में बोधि वृक्ष को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिसे भारत के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर के बोधि (पीपल) वृक्ष की कलम से उगाया गया है। यही वह वृक्ष है, जिसके नीचे भगवान बुद्ध ने ज्ञान की प्राप्ति की थी।
अनुराधापुरा को अब यूनेस्को द्वारा संरक्षण प्राप्त एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता मिली है और श्रीलंकाई सरकार इसे एक हेरिटेज सिटी के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पवित्र स्थल की यात्रा के दौरान बौद्ध धर्म के महत्व को और भी उजागर किया।
मोदी के स्वागत में श्रीलंकाई जनता का जोश
प्रधानमंत्री मोदी के श्रीलंका दौरे के दौरान, श्रीलंकाई जनता ने उनका बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया। राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ मोदी की मुलाकात के बाद, दोनों देशों के बीच रिश्तों में और गहरी दोस्ती की संभावनाओं का द्वार खुला है। मोदी के दौरे के दौरान श्रीलंकाई सरकार ने भारत के साथ विशेष सद्भावना दिखाते हुए 14 भारतीय मछुआरों को रिहा किया, जो दोनों देशों के बीच सद्भाव को और बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम था।
श्रीलंका के लिए भारतीय सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे ने भारतीय समर्थन के तहत कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरुआत की। इनमें महो-अनुराधापुरा रेलवे सिगनल सिस्टम और महो-ओमानथाई रेलवे लाइन जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इन परियोजनाओं से श्रीलंका के परिवहन नेटवर्क में महत्वपूर्ण सुधार होगा, और यह दोनों देशों के बीच सामरिक और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करेगा।