हाइलाइट्स:
• पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी का मामला
• धमकी मिलने के 4 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार
• फर्जी पहचान से सिम एक्टिवेट कर भेजा गया था धमकी भरा मैसेज
• आरोपी की पहचान समीर रंजन के रूप में हुई, BCA पास और बेरोजगार
पटना, बिहार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों बिहार दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने पटना में करीब 6 किलोमीटर लंबा रोड शो किया, जबकि शुक्रवार को वे रोहतास जिले के विक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे और 10 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे।
इसी बीच एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को एक धमकी भरा मैसेज मिला है, जिसमें प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस धमकी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और गृह मंत्रालय तुरंत हरकत में आ गए।
भागलपुर से हुई आरोपी की गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, धमकी मिलने के बाद PMO ने बिहार के भागलपुर पुलिस से संपर्क किया। एसपी ह्रदयकांत ने खुद इस मामले की कमान संभाली और महज 4 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान समीर रंजन (35 वर्ष) के रूप में हुई है, जो सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेशी गांव का निवासी है।
पुलिस जांच में पता चला कि धमकी जिस मोबाइल नंबर से भेजी गई थी, वह 71 वर्षीय बुजुर्ग मंटू चौधरी के नाम से रजिस्टर्ड था। यानी आरोपी ने किसी फर्जी पहचान या दस्तावेज़ का उपयोग कर सिम कार्ड एक्टिवेट करवाया था, जिससे यह मामला अब एक साइबर फ्रॉड की गंभीर घटना बन चुका है।
आर्थिक तंगी में उठा लिया खतरनाक कदम
पुलिस के अनुसार, समीर रंजन ने BCA की पढ़ाई की थी और कोविड महामारी से पहले एक निजी कंपनी में काम करता था। लेकिन महामारी के बाद से वह बेरोजगार था और आर्थिक व मानसिक तनाव से जूझ रहा था। इसी मानसिक अस्थिरता के कारण उसने यह खतरनाक कदम उठाया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।