नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पांच दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना हो गए हैं, जिसमें वह तीन देशों साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया का दौरा करेंगे। इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव कनाडा में आयोजित होने वाला G-7 शिखर सम्मेलन है, जिसमें पीएम मोदी ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं और वैश्विक मुद्दों पर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे।
साइप्रस : भारत-यूरोपीय संबंधों को मिलेगा नया आयाम
पीएम मोदी की इस यात्रा की शुरुआत 15-16 जून को साइप्रस से होगी। यह यात्रा राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के निमंत्रण पर हो रही है। प्रधानमंत्री ने साइप्रस को भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ का करीबी मित्र और महत्वपूर्ण साझेदार बताया है। इस यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश, सुरक्षा और टेक्नोलॉजी जैसे विषयों पर द्विपक्षीय बातचीत होगी।
कनाडा : G-7 समिट में वैश्विक मुद्दों पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का मुख्य उद्देश्य कनाडा के कनानसकीस में आयोजित होने वाले G-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेना है। यह सम्मेलन प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर आयोजित हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मेलन महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श का महत्वपूर्ण मंच है। साथ ही, भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समर्थन को मजबूत करने के लिए इस मंच का उपयोग करेगा।
क्रोएशिया : किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली आधिकारिक यात्रा
G-7 समिट के बाद प्रधानमंत्री मोदी क्रोएशिया जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री ने इसे भारत-क्रोएशिया संबंधों में ऐतिहासिक यात्रा बताया है। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा होगी, जो द्विपक्षीय सहयोग के नए आयाम खोलेगी।