वैशाली : बिहार पुलिस अब अपराधियों के खिलाफ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘एनकाउंटर मॉडल’ का अनुसरण करती नजर आ रही है। राज्य की पुलिस अब अपराधियों के खिलाफ अधिक सख्ती से कार्रवाई कर रही है, जिससे अपराधियों में खौफ पैदा हो रहा है। वैशाली जिले के बिदुपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और कुख्यात अपराधियों के बीच मुठभेड़ की एक ताजा घटना सामने आई है, जिसमें दो कुख्यात बदमाशों को पुलिस की गोली लगी है। यह मुठभेड़ उस समय हुई, जब पुलिस एक एनआरआई युवक की गोली मारकर हत्या कर दिए जाते के बाद अपराधियों की तलाश कर रही थी।
एनकाउंटर के दौरान पुलिस पर फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश घायल
मुठभेड़ की यह घटना बिदुपुर थाना क्षेत्र के एक आम के बगीचे में घटी, जहां नगर थाना और डीआईयू के पुलिस बल के साथ पुलिस की विशेष टीम ने अपराधियों को घेर लिया था। जैसे ही पुलिस टीम ने अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया, उन्होंने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। इस मुठभेड़ में दो कुख्यात अपराधियों को गोली लगी। पुलिस ने घायल अपराधियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा, हालांकि मौके से दो अन्य अपराधी फरार होने में सफल रहे, जिनकी गिरफ्तारी के लिए अब पुलिस टीम छापेमारी कर रही है।
अपराधियों की पहचान और उनकी आपराधिक गतिविधियां
घायल कुख्यात अपराधियों की पहचान नगर थाना क्षेत्र के चिकनौटा गांव के विशाल कुमार उर्फ फूदीना और बिदुपुर थाना क्षेत्र के गोपाल चकनई गांव के सुशील कुमार के रूप में हुई है। इन दोनों अपराधियों पर लूट, हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। हाजीपुर एसडीपीओ सदर, ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस को चार अपराधियों के एक स्थान पर जमा होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने जब दबिश दी, तो अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में दो अपराधी घायल हो गए, जबकि दो अन्य मौके से फरार हो गए।
एनआरआई युवक की हत्या में दोनों अपराधियों की भूमिका की जांच
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह दोनों अपराधी वैशाली पुलिस के लिए लंबे समय से वांछित थे, और इनकी तलाश कई मामलों में चल रही थी। विशेष रूप से हाल ही में हुई एक एनआरआई युवक की हत्या में इन दोनों अपराधियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इन दोनों अपराधियों का इस हत्या में कोई हाथ था या नहीं।
पुलिस का कठोर कदम और राज्य सरकार की रणनीति
वैशाली जिले में यह मुठभेड़ एक बड़ी घटना है, जो यह संकेत देती है कि बिहार पुलिस अब अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने में संकोच नहीं कर रही है। राज्य सरकार ने हाल ही में पुलिस को अधिक अधिकार और सशक्त बनाया है, जिससे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हुई है। इस मुठभेड़ के बाद अपराधियों के बीच पुलिस का खौफ और बढ़ेगा। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों में भी संतोष है, क्योंकि वे अब महसूस कर रहे हैं कि अपराधियों के खिलाफ सख्ती से निपटा जा रहा है।
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