नई दिल्ली : veteran BJP Leader Lalkrishna Adwani: रत्न और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उनको दिल्ली के एम्स अस्पातल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें उम्र संबंधित स्वास्थ्य कारणों के चलते अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
96 वर्षीय वरिष्ठ भाजपा नेता को एम्स के जिरियाट्रिक डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। बुधवार देर शाम को उन्हें कुछ तकलीफ महसूस हुई, जिसके बाद तुरंत उन्हें एम्स अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने अपनी निगरानी में उन्हें भर्ती कर लिया है।
BJP Leader Lalkrishna Adwani: इसी साल भारत रत्न से नवाजे गए आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी को इसी साल 30 मार्च को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इससे पहले साल 2015 में आडवाणी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया था। वहीं इस साल फरवरी में भारत रत्न के लिए सम्मानित किए जाने के एलान के बाद बुजुर्ग नेता लालकृष्ण आडवाणी की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि मैं सम्मान के साथ भारत रत्न स्वीकार करता हूं। वहीं ये महज मेरा नहीं उन विचारों और सिद्धांतों का सम्मान है, जिनका हमने जीवन भर पालन किया।
पीएम मोदी ने आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर कहा कि आडवाणी ने राष्ट्र सेवा में अपना पूरा जीवन खपा दिया। देश राष्ट्र सेवा को कभी नहीं भूलता। उनका देश सेवा में योगदान अतुलनीय और अविस्मरणीय रहा है।
BJP Leader Lalkrishna Adwani: 3 बार बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं आडवाणी
राम मंदिर आंदोलन के अगुवा नेताओं में शुमार किए जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी ने भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर लाने में अथक प्रयास किया था। आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक कॅरियर का आगाज किया था। वो उन नेताओं में शामिल रहे हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी।
आडवाणी 3 बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। वह पहली बार 1986 में पार्टी के अध्यक्ष बने। तब वह 1990 तक पद पर रहे। इसके बाद आडवाणी 1993 में पार्टी अध्यक्ष बने और 1998 तक पद पर बने रहे। तीसरी और आखिरी बार साल 2004 में वह अध्यक्ष चुने गए और 2005 तक पद पर रहे।
Veteran BJP Leader Lalkrishna Adwani; सातवें उप प्रधानमंंत्री रह चुके हैं लालकृष्ण आडवाणी
50 साल से भी अधिक अपने सक्रिय राजनीतिक जीवन में आडवाणी साल 1998 में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में गृह मंत्री बने। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह गृह मंत्री रहे और फिर साल 2002 में उन्हें देश का उप प्रधानमंत्री बनाया गया। आडवाणी देश के सातवें उप प्रधानमंत्री रहे। इसके अलावा 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान आडवाणी सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे। वह कई बार सांसद रहे। इसके साथ ही पहली बार राज्यसभा के जरिए 1970 में सांसद बने। बता दें कि आडवाणी 7 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा के सांसद चुने गए।