नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक लंबे समय से फरार चल रहे हाई-प्रोफाइल ठग को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपी दत्तात्रय गणपती मोहिते ने प्रगति वैली प्रोजेक्ट (Pragati Valley Scam) के नाम पर हजारों लोगों को प्लॉट देने का झांसा देकर करीब 20 करोड़ रुपये की ठगी की थी। दिल्ली में दर्ज चार अलग-अलग केसों में वह भगोड़ा घोषित था और उस पर 50,000 का इनाम था।
अपर पुलिस आयुक्त संजय कुमार सैन ने बताया कि इस गिरफ्तारी के पीछे दिल्ली पुलिस की साइबर सेल का करीब 25 दिनों तक महाराष्ट्र में चला बेहद संवेदनशील और गुप्त ऑपरेशन था, जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी नहीं थी। डीसीपी आदित्य गौतम के निरीक्षण में एसीपी अनिल शर्मा टीम व इंस्पेक्टर मनजीत कुमार की टीम ने महाराष्ट्र के कर्जत इलाके में आरोपी की टोह लेने के लिए खुद को बढ़ई और स्थानीय ठेकेदार बनाकर जमीनी स्तर पर निगरानी शुरू की। तकनीकी सर्विलांस और स्थानीय मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर 18 जून को साइबर सेल की टीम ने रायगढ़ जिले के थाना कर्जत क्षेत्र में छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी ने प्रगति लैंड एंड हाउसिंग कॉरपोरेशन नामक फर्जी कंपनी बनाकर प्रगति वैली प्रोजेक्ट के नाम से एक काल्पनिक रियल एस्टेट योजना तैयार की। दिल्ली में 70 से अधिक एजेंटों और फर्जी कंपनियों के जरिये बड़े पैमाने पर प्रचार किया गया। फर्जी ब्रोशर, नकली साइट प्लान और जाली सरकारी अनुमतियों के सहारे निवेशकों को झांसे में लिया गया। चेक और नकद के माध्यम से निवेश कराया गया, जिससे करीब 20 करोड़ की रकम जुटाई गई। पर हकीकत में न कोई जमीन थी, न कोई परियोजना। 2010 के बाद आरोपी गायब हो गया और कंपनी बंद हो गई थी।अब उसके नेटवर्क, अन्य एजेंटों और सहआरोपियों की तलाश में जुट गई है।
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