प्रयागराज: महाकुंभ में महाशिवरात्रि स्नान को लेकर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। योगी सरकार ने बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था के लिए अब छह और आईपीएस अफसरों को प्रयागराज में तैनात किया है। यह कदम महाकुंभ में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या और ट्रैफिक जाम की स्थिति को देखते हुए उठाया गया है।
नए आईपीएस अफसरों की तैनाती से सुधरेगी व्यवस्था
सूत्रों के अनुसार, लखनऊ से एक एडीजी और पांच आईजी को खास तौर पर ट्रैफिक व्यवस्थाओं को संभालने के लिए प्रयागराज भेजा गया है। यह अधिकारी महाशिवरात्रि स्नान के दौरान प्रयागराज और अन्य क्षेत्रों में ट्रैफिक नियंत्रण की जिम्मेदारी निभाएंगे। इनमें एडीजी पीएसी सुजीत पांडे, आईजी चंद्र प्रकाश, प्रीतेंद्र सिंह, राजेश मोदक और मंजिल सैनी शामिल हैं।
ट्रैफिक को लेकर विभिन्न रूटों पर जिम्मेदारी
हर आईपीएस अफसर को अलग-अलग रूट की जिम्मेदारी दी गई है। एडीजी पीएसी सुजीत पांडे को प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग की ट्रैफिक व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, आईपीएस अफसर चंद्र प्रकाश को प्रयागराज-वाराणसी मार्ग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, आईजी प्रीतेंद्र सिंह को प्रयागराज-रीवा राजमार्ग का ट्रैफिक नियंत्रित करने का कार्य सौंपा गया है।
शहरी और बाहरी क्षेत्र के ट्रैफिक का भी होगा प्रबंधन
आईजी राजेश मोदक को प्रयागराज के शहरी क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने का जिम्मा दिया गया है, जबकि आईजी मंजिल सैनी को लखनऊ और अयोध्या-प्रतापगढ़ रूट के ट्रैफिक पर नजर रखने की जिम्मेदारी मिली है। सभी प्रमुख रूटों पर ट्रैफिक प्रबंधन के लिए सीनियर अफसरों को तैनात किया गया है ताकि कोई भी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न न हो।
भीड़ और जाम की समस्या से निपटने की विशेष तैयारी
महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर अनुमानित तौर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना जताई जा रही है। शहर में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण पहले ही ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो चुकी है। ऐसे में सरकार की ओर से पहले से ही अलर्ट रहने का फैसला लिया गया है ताकि महाशिवरात्रि पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त रहे।
महाशिवरात्रि के स्नान को लेकर प्रशासन की विशेष तैयारी
महाकुंभ का महाशिवरात्रि स्नान आम तौर पर सबसे ज्यादा भीड़ आकर्षित करता है और इस बार भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इससे पहले प्रशासन ने अलग-अलग रूटों पर बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन के लिए छह आईपीएस अफसरों की तैनाती की है ताकि हर रूट पर निगरानी रखी जा सके और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।
महाकुंभ की भीड़ और प्रशासन की चुनौती
इस बार महाकुंभ में भीड़ की संख्या पहले से कहीं ज्यादा हो सकती है। यह भीड़ यातायात की समस्या को बढ़ा सकती है, लेकिन प्रशासन ने इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी की है। ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए अफसरों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है और स्थिति के अनुसार कार्यवाही के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।