पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में वक़्फ़ क़ानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। शुक्रवार को भड़की इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालात को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़) को भी तैनात किया गया है।
तीन दिन से चल रहा था विरोध, शुक्रवार को भड़की हिंसा
मुर्शिदाबाद के जंगीपुर क्षेत्र में पिछले दो-तीन दिनों से वक़्फ़ क़ानून के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन चल रहे थे। लेकिन शुक्रवार दोपहर के बाद हालात बेकाबू हो गए। भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, ट्रेनों की आवाजाही में रुकावट डाली और कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं।
प्रशासन की सख़्ती, बीएसएफ़ की तैनाती
मुर्शिदाबाद ज़िला प्रशासन के अनुसार, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल पुलिस बल बढ़ाया गया और बाद में बीएसएफ़ को भी तैनात किया गया। अधिकारी ने बीबीसी हिंदी को बताया कि इलाक़े में धीरे-धीरे हालात काबू में आ रहे हैं और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है।
रेल और सड़क यातायात प्रभावित
प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए अवरोध की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर यातायात बाधित हुआ। साथ ही, रेलवे ट्रैक पर भी बाधा डालने की कोशिश की गई, जिससे कुछ ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा। रेलवे प्रशासन ने प्रभावित रूटों पर अस्थायी बदलाव किए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और जांच की मांग
हिंसा की खबर फैलते ही राज्य की राजनीति में भी हलचल मच गई है। विपक्ष ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था विफल होने का आरोप लगाया है और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
स्थिति पर निगरानी जारी
प्रशासन द्वारा जारी बयान के मुताबिक, हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।