सेंट्रल डेस्क: PTI Banned in Pakistan : जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की राजनैतिक पारी खत्म होने के कगार पर पहुंच गई है। शहबाज शरीफ सरकार ने उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ पर देश विरोधी गतिविधियों में होने का आरोप लगाया है। यह भी ऐलान कर डाला है कि जल्द ही उनकी पार्टी पर प्रतिबंध भी लगाया जाएगा। सरकार के एक मंत्री ने कहा, इमरान खान ने आईएमएफ से डील फेल करने की कोशिश की है। इसके बाद सरकार ने ये फैसला लिया है।
PTI Banned in Pakistan : जेल में बंद इमरान को दो मामलों में हुई है सजा
वहीं पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा है की सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि इमरान की पार्टी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल पाई गई है। 71 साल के इमरान खान को दो मामलों में जेल की सजा सुनाई जा चुकी है। वे अभी रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
PTI Banned in Pakistan : क्या इमरान खान को मिलेगी सज़ा?
पाकिस्तान की सरकार का कहना है कि पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ वे पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व उपसभापति कासिम सूरी के खिलाफ भी अनुच्छेद 6 लागू करेंगे। वहीं खास बात ये है कि इस अनुच्छेद 6 के तहत सजा-ए-मौत मिलती है।
PTI Banned in Pakistan : अदालत से पीटीआई को राहत के बाद सरकार ने लिया फैसला
पाकिस्तान की सरकार की ओर से ये फैसला शीर्ष अदालत की ओर से आरक्षित सीटों के मामले में पीटीआई को राहत दिए जाने के बाद सामने आया है। साथ ही इद्दत मामले में पार्टी प्रमुख को राहत दी गई। सूचना मंत्री ने कहा कि सरकार पिछले सप्ताह दिए गए फैसले के खिलाफ पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक समीक्षा याचिका दायर करेगी, जिसमें कहा गया था कि पीटीआई महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों के लिए पात्र होगी। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, पीटीआई नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली है, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन अपना दो-तिहाई बहुमत खोने वाला है।
PTI Banned in Pakistan : इमरान की पार्टी ने आयोग के फैसले को किया था खारिज
इस साल मार्च में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने फैसला सुनाया था कि सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल एसआईसी को आरक्षित सीटों के लिए कोटा का दावा करने का अधिकार नहीं है क्योंकि इसमें गैर-सुधार योग्य कानूनी दोष हैं और आरक्षित सीटों के लिए पार्टी सूची प्रस्तुत करने के अनिवार्य प्रावधान का उल्लंघन है। वहीं आयोग ने अन्य संसदीय दलों के बीच सीटों का बंटवारा करने का भी फैसला सुनाया था। वहीं इस फैसले के तहत पीएमएल-एन, पीपीपी को 16 सीटें और पांच अतिरिक्त सीटें दी गई, जबकि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल जेयूआई-एफ को चार सीटें दी गई। हालांकि पीटीआई ने फैसले को असंवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया था।
PTI Banned in Pakistan : चुनाव से पहले ही छीन लिया गया था चुनाव चिह्न
बता दें कि चुनाव से पहले पीटीआई से चुनाव चिन्ह छीन ली गई थी। इमरान के पार्टी के समर्थित उम्मीदवार निर्दलीय रूप से खड़े हुए थे और जीत दर्ज की थी। साथ ही उन्होंने अपने सुविधा अनुसार गठबंधन बनाने के लिए सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल हो गए थे।
Read Also-रिपब्लिकन कन्वेंशन में ट्रंप की राष्ट्रपति उम्मीदवारी पर लगी मुहर