जमशेदपुर : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रघुवर दास ने झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन के हालिया बयान पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यदि कोई मंत्री बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान से ऊपर शरीयत को मान्यता देता है, तो वह न केवल संविधान बल्कि उसके निर्माता का भी अपमान करता है।
रघुवर दास ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि “जो नेता देशभर में संविधान की दुहाई देकर भ्रम फैला रहे हैं, वह हफीजुल हसन जैसे मंत्री के बयान पर चुप क्यों हैं?” उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हफीजुल हसन को मंत्रिपद से तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए और कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि वह ऐसे विचारों का समर्थन करती है या नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, “अगर कांग्रेस अब भी झारखंड सरकार में बनी हुई है, तो यह स्पष्ट करता है कि उसका चाल, चरित्र और चेहरा पूरी तरह उजागर हो गया है।”
ममता सरकार पर भी साधा निशाना
रघुवर दास ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि “जहां-जहां छत्रपों की सरकारें हैं, वहां मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति हावी है। मूलवासी लोग पलायन को मजबूर हैं और देश की संस्कृति को नुकसान हो रहा है।” उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले पर गंभीरता से विचार करने की अपील की।
वक्फ संशोधन बिल 2025 पर सरकार को घेरा
रघुवर दास ने झारखंड सरकार द्वारा वक्फ संशोधन बिल 2025 के विरोध पर भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि “वक्फ एक धार्मिक संस्था है, जबकि वक्फ बोर्ड एक प्रशासकीय इकाई। इसमें व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है।” उन्होंने आरोप लगाया कि “वक्फ बोर्ड द्वारा राज्य की लगभग 2000 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया गया है, जिनमें कई सीएनटी और एसपीटी एक्ट के तहत संरक्षित आदिवासी भूमि शामिल हैं।”
सरकार से मांग की
- इन जमीनों की जांच हो।
- रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।