रायबरेली : लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में एक नया बयान देकर चर्चा का विषय बना दिया है। राहुल गांधी ने ‘डबल इंजन’ थ्योरी का एक नया संदर्भ पेश किया, लेकिन इस बार यह शब्द सरकार नहीं, बल्कि सांसदों के संदर्भ में था। उन्होंने अपने क्षेत्र की विशेषता बताते हुए कहा कि रायबरेली शायद भारत का एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र है, जहां दो सांसद हैं—एक वह खुद हैं और दूसरा, उनकी बहन प्रियंका गांधी हैं।
रायबरेली में दो सांसदों का समीकरण
राहुल गांधी ने ऊंचाहार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह कहा कि रायबरेली एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जहां दो सांसदों का प्रतिनिधित्व होता है। उन्होंने अपने इस बयान में प्रियंका गांधी की भूमिका को भी प्रमुखता दी और यह कहा कि जनता को प्रियंका को भी यहां बुलाना चाहिए। उनका इशारा था कि प्रियंका गांधी भी रायबरेली से सांसद हैं और उन्हें यहां के कार्यक्रमों में शामिल करने का आग्रह किया। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह प्रियंका को अपनी वायनाड सीट पर बुलाते हैं, तो रायबरेली में भी उन्हें आमंत्रित किया जाना चाहिए।
गांधी परिवार का रायबरेली से गहरा संबंध
राहुल गांधी ने रायबरेली के लोगों से यह भी कहा कि उनका संबंध केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक है। गांधी परिवार का रायबरेली से गहरा रिश्ता है और इस संबंध में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि अगर रायबरेली के लोग या पार्टी कार्यकर्ता किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो उन्हें किसी भी मदद की आवश्यकता हो, वह हमेशा उपलब्ध हैं। उनका यह बयान इस बात को भी स्पष्ट करता है कि गांधी परिवार ने रायबरेली के लिए अपनी पूरी मेहनत और प्यार दिया है।
प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के इस बयान के बाद प्रियंका गांधी ने भी सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राहुल गांधी के बयान का एक वीडियो एक्स (Twitter) पर शेयर करते हुए लिखा कि रायबरेली उनका परिवार है और परिवार का हर आदेश सिर-माथे पर होता है। प्रियंका गांधी का यह संदेश इस बात की पुष्टि करता है कि गांधी परिवार का रायबरेली से एक मजबूत और गहरा जुड़ाव है, जिसे वे अपनी जिम्मेदारी और प्रेम के रूप में निभाते हैं।
रायबरेली में कांग्रेस का मजबूत आधार
रायबरेली सीट कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण सीट रही है। यह सीट लंबे समय तक सोनिया गांधी के पास थी और प्रियंका गांधी ने भी इस क्षेत्र में कई बार चुनावी अभियान की जिम्मेदारी संभाली है। हालांकि, 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उम्मीदवार नहीं बनाया और राहुल गांधी ने खुद को रायबरेली से चुनावी मैदान में उतारा। राहुल गांधी ने इस सीट पर जीत हासिल की, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी वायनाड सीट पर ध्यान केंद्रित करते हुए रायबरेली सीट खाली कर दी थी। इसके बाद प्रियंका गांधी ने उपचुनाव में रायबरेली से जीत हासिल की और सांसद बनीं।
राहुल गांधी का यह बयान न केवल उनके क्षेत्रीय संबंधों को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का रायबरेली के साथ गहरा और अटूट संबंध है, जिसे वे आने वाले समय में और भी मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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