नयी दिल्ली : भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के पूर्व शीर्ष अधिकारी राजीव मेहता को एशियाई तलवारबाजी परिसंघ (एफसीए) का महासचिव चुना गया है। मेहता इस पद पर काबिज होने वाले पहले भारतीय प्रशासक बने हैं, जो भारतीय खेल प्रशासन के लिए एक मील का पत्थर है।
ताशकंद में हुआ चुनाव
राजीव मेहता को 1 दिसंबर को उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित एफसीए की आमसभा में महासचिव के पद पर चुना गया। यह एक ऐतिहासिक अवसर था, क्योंकि एशियाई तलवारबाजी परिसंघ के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब किसी भारतीय को इस महत्वपूर्ण पद पर चुना गया।
मेहता की खेल प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका
राजीव मेहता ने 2014 से 2022 तक भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव के रूप में आठ वर्षों तक कार्य किया था। वर्तमान में वह भारतीय तलवारबाजी संघ के महासचिव के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनका यह चुनाव भारतीय खेल प्रशासकों के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाता है।
एफसीए महासचिव बनने का महत्व
एफसीए एशिया के 46 सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करता है, और राजीव मेहता का चुनाव एशियाई खेलों में तलवारबाजी के प्रचार-प्रसार और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। मेहता ने इस अवसर पर कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि आंतरिक और बाहरी हितधारकों के साथ मजबूत कामकाजी संबंध हमें एफसीए की उन्नति के लिए बेहतर लाभ हासिल करने में मदद करेंगे। हमारा लक्ष्य तलवारबाजी में सहयोग, खुलेपन और पारदर्शिता के एक नए युग की शुरुआत करनी है।”