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Jharkhand Ramgarh Crime News : रामगढ़ हारे हुए जुआरियों ने बनाया चोर गिरोह, पुलिस ने किया पर्दाफाश, एक के बाद एक कैसे खुला राज-पढ़ें

by Anand Mishra
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Ramgarh (Jharkhand) : झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग और रांची जिलों में बंद घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले एक शातिर चोर गिरोह का रामगढ़ पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के छह सदस्यों को धर दबोचा है, जिससे इन इलाकों में चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगने की उम्मीद है। रविवार को रामगढ़ के एसपी अजय कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सफलता की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस पिछले कई महीनों से इस गिरोह के पीछे लगी हुई थी और आखिरकार छह सदस्यों की गिरफ्तारी से आम जनता को राहत मिलेगी।

ऑनलाइन जुए की हार ने बनाया चोर गिरोह

एसपी अजय कुमार ने बताया कि रामगढ़ जिले में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं की पड़ताल के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। एसआईटी की जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि ऑनलाइन जुए में भारी रकम हारने वाले लोगों ने मिलकर यह चोर गिरोह बनाया था और वे लगातार उन घरों को निशाना बना रहे थे जो बंद पड़े थे।

सीसीटीवी फुटेज बनी पहली कड़ी, एक के बाद एक खुले राज

पुलिस को इस गिरोह तक पहुंचने में तब पहली सफलता मिली जब बरकाकाना ओपी क्षेत्र में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में चोर गिरोह और चोरी में इस्तेमाल की जाने वाली एक बाइक कैद हो गई। मोटरसाइकिल (जेएच 24 जे 0823) की जांच करने पर पता चला कि यह कुजू ओपी क्षेत्र के सुंदरियाबांध निवासी राजेश प्रसाद केसरी के पुत्र प्रिंस कुमार केसरी के नाम पर पंजीकृत है। जब पुलिस ने प्रिंस से पूछताछ की तो उसने बताया कि इस बाइक का इस्तेमाल उसका बड़ा भाई संदीप कुमार केसरी करता है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने संदीप कुमार केसरी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की पूछताछ में संदीप केसरी जल्द ही टूट गया और उसने सीसीटीवी फुटेज में कैद वीडियो और फोटो को देखकर अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी दे दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पांच अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए अन्य सदस्यों में सुंदरिया बांध कुजू निवासी जागेश्वर कुमार, अनुज कुमार, कुजू मुरपा बस्ती निवासी राजीव कुमार, करमा अंसारी टोला निवासी कमर रज़ा और शिवपुरी कॉलोनी चटनियां बस्ती निवासी सौरभ शर्मा शामिल हैं।

गिरोह का सरगना रांची में, आधे घंटे में खाली कर देते थे घर

संदीप केसरी ने पुलिस को बताया कि 5 मई को वह अपने साथियों के साथ बरकाकाना ओपी क्षेत्र में चोरी करने गया था। उसने कबूल किया कि वे एक संगठित गिरोह के रूप में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे और चोरी किए गए सामान को आपस में बांट लेते थे। संदीप ने यह भी बताया कि इस गिरोह का सरगना रांची में रहता है और वही पूरी योजना बनाता था। यह गिरोह रांची, हजारीबाग और रामगढ़ जिलों के विभिन्न बंद पड़े घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है।

एसपी अजय कुमार ने बताया कि गिरोह के सदस्य पहले उन घरों की रेकी करते थे जो बंद होते थे। जैसे ही सरगना को इसकी जानकारी मिलती थी, वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंच जाता था। यह गिरोह चोरी करने में इतना माहिर हो गया था कि वे आधे घंटे के भीतर ही पूरे घर को खाली कर निकल जाते थे। गिरफ्तार किए गए चोरों ने रामगढ़, हजारीबाग और रांची में अब तक हुई दर्जनों चोरी की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

चोरों के पास से चोरी का सामान और हथियार बरामद

गिरफ्तार चोरों के पास से पुलिस ने चोरी का सोने का लॉकेट, चांदी का सिक्का, एक जोड़ा जूता और चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार बरामद किए हैं। इसके अलावा, छह मोबाइल फोन, एक ईयर बड, चोरी में प्रयुक्त होने वाला पेचकस और लोहे का सब्बल भी जब्त किया गया है।

छापेमारी दल में रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, मांडू सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश लिंडा, टेक्निकल सेल प्रभारी रजत कुमार, कुजू ओपी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह, वेस्ट बोकारो ओपी प्रभारी दीपक कुमार और मांडू थाना प्रभारी सदानंद कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे।

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