RANCHI: तीन दिन चलने वाले श्रीरामकथा महोत्सव का शुक्रवार को भव्य समापन हुआ। मैथन पैलेस में आयोजित इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण सीताराम विवाह का प्रसंग था। जिसमें श्रद्धालुओं को भगवान राम और माता सीता के जीवन से जुड़ी कई अहम बातें बताई गई। राजन जी ने सीताराम विवाह को केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो संस्कृतियों और दो कुलों का पवित्र संगम बताया। उन्होंने विवाह को जीवन की कठिनाइयों का सामना करने के लिए एक मजबूत बंधन और आत्मसम्मान का प्रतीक बताया। कथा में अन्य प्रसंगों जैसे शिव-पार्वती विवाह, ताड़का वध, राम-लक्ष्मण की गुरुभक्ति और रामायण के संघर्षों का भी उल्लेख किया गया। राजन जी ने बताया कि रामकथा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि समाज में नैतिक और मानवीय मूल्यों को जागृत करने का एक माध्यम है। समापन सत्र में भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया।
RANCHI NEWS: श्रीराम कथा में राजन जी बोले-रामकथा केवल धार्मिक नहीं, नैतिक मूल्यों को जागृत करने का माध्यम
RANCHI NEWS: रांची में त्रिदिवसीय रामकथा महोत्सव में सीताराम विवाह के प्रसंग ने जीवन के मार्गदर्शन और नैतिक शिक्षा का संदेश दिया।
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