Ranchi (Jharkhand) : राजधानी रांची में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे एक अंतरराज्यीय ठगी गिरोह का लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस और रांची पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में भंडाफोड़ हुआ है। इस गिरोह के तीन मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने अब तक कई बेरोजगार युवाओं से करीब 1.2 करोड़ रुपये की ठगी की है। यह गिरोह मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES), इंडियन रेलवे (Indian Railway) और केंद्र एवं राज्य सरकार के अन्य दफ्तरों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बड़ी रकम वसूल रहा था।
पुलिस के अनुसार, गिरोह का सरगना अभिषेक कुमार (21 वर्ष), पिता सजीव सिंह, निवासी तलतल्ला, पटना है। वह अपने साथियों राजीव रंजन, सुबिन साह, गोविंद कुमार, चंदन कुमार सिंह और विनीत कुमार के साथ मिलकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
कांके थाना में FIR दर्ज और SIT का गठन
गिरोह ने सत्य साईं ग्रुप ऑफ होटल्स, कांके, रांची के माध्यम से नौकरी दिलाने के नाम पर कुछ लोगों से 7 लाख 60 हजार रुपये की ठगी की थी। इस संबंध में थाना कांके में मु.अ.सं. 316/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (सदर) श्री संजीव कुमार बैस के नेतृत्व में एक विशेष जाँच दल (SIT) का गठन किया गया। SIT ने तकनीकी साक्ष्य और प्राप्त शिकायतों के आधार पर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया:
- चंदन कुमार सिंह (बर्दवान, पश्चिम बंगाल)
- गोविंद कुमार (RTC स्कूल, शिवाजी नगर, रांची)
- विनीत कुमार (कुसुम विहार, बरीयातू, रांची)
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने कई लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे बड़ी रकम ऐंठी है। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का अंतरराज्यीय नेटवर्क बर्दवान (पश्चिम बंगाल) से लेकर रांची तक फैला हुआ है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है।
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