RANCHI: रांची नगर निगम द्वारा शहर में कूड़े के सोर्स सेग्रीगेशन (Source Segregation) को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मंगलवार को अपर प्रशासक संजय कुमार की अध्यक्षता में शहर के विभिन्न बैंक्वेट हॉल संचालकों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य संस्थागत स्तर पर गीले और सूखे कचरे को अलग करने की प्रक्रिया को मजबूत बनाना था। अपर प्रशासक ने बैंक्वेट हॉल संचालकों को सोर्स सेग्रीगेशन के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि नगर निगम की ओर से कूड़ा उठाव, निस्तारण और प्रोसेसिंग की प्रक्रिया एक तय प्रणाली के तहत की जाती है। निगम द्वारा चयनित एजेंसी मेसर्स स्वच्छता कॉरपोरेशन घरों, भवनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र कर रही है।
सीबीजी प्लांट की दी जानकारी
संजय कुमार ने जानकारी दी कि एकत्रित गीले कूड़े का उपयोग झिरी स्थित गेल के 150 टन प्रतिदिन क्षमता वाले सीबीजी प्लांट में किया जा रहा है। जहां से ऊर्जा और जैविक खाद का उत्पादन किया जाता है। यह प्रक्रिया न केवल पर्यावरण के लिए उपयोगी है, बल्कि शहर में स्वच्छता बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है। अपर प्रशासक ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी बैंक्वेट हॉल संचालक नगर निगम की कूड़ा संग्रहण गाड़ियों को गीला और सूखा कचरा अलग-अलग ही उपलब्ध कराएं। यदि किसी स्थिति में मिश्रित कूड़ा दिया जाता है, तो संबंधित बैंक्वेट हॉल पर नियमों के अनुसार पेनल्टी लगाई जाएगी। वहीं रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई भी की जाएगी।
नगर निगम के पहल की सराहना
बैंक्वेट हॉल प्रतिनिधियों ने नगर निगम की इस स्वच्छता पहल की सराहना करते हुए इसे सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे अपने प्रतिष्ठानों में कचरा पृथक्करण की व्यवस्था को सख्ती से लागू करेंगे।

