RANCHI: रांची नगर निगम स्वच्छता को बेहतर बनाने और स्वच्छ रांची-स्वस्थ रांची के लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है। इसी क्रम में कचरे के स्रोत पर पृथक्करण (गीला और सूखा कचरा अलग करना) को प्रोत्साहित करने को लेकर प्रशासक सुशांत गौरव की अध्यक्षता में निगम पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। प्रशासक ने कहा कि स्वच्छता अभियान की सफलता हर नागरिक की भागीदारी से ही संभव है।
उन्होंने निगम टीम को निर्देश दिए कि वे वृहद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाते हुए शत-प्रतिशत स्रोत पृथक्करण सुनिश्चित करें। उन्होंने कूड़ा संग्रहण वाहनों में जिंगल बजाने, वार्ड स्तर पर निगरानी करने और बैंक्वेट हॉल, होटल, धर्मशालाओं आदि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जो भवन या प्रतिष्ठान गीला-सूखा कचरा पृथक नहीं करेंगे, उनके भवन के बाहर नोटिस चस्पा की जाएगी और झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत 5000 तक जुर्माना लगाया जाएगा। सिंगल यूज प्लास्टिक मिलने पर जब्ती के साथ फाइन लगाया जाएगा। लगातार उल्लंघन पर ट्रेड लाइसेंस रद्द करने की भी चेतावनी दी गई।
एजेंसी को भी निर्देश
स्वच्छता कॉरपोरेशन को प्रतिदिन अलग-अलग कचरा संग्रहण के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, ‘सफाई तो होकर रहेगी 4.0’ अभियान के तहत दुर्गा पूजा व अन्य त्योहारों के दौरान विशेष स्वच्छता व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी दिशा-निर्देश दिए गए। निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे दो डस्टबिन का प्रयोग कर गीला-सूखा कचरा अलग करें और शहर को स्वच्छ रखने में सहयोग करें।
निगम परिसंपत्तियों की करेगा जियो टैगिंग
रांची नगर निगम (RMC) ने अपनी परिसंपत्तियों को डिजिटाइज करने के बाद अब उन्हें जियो टैग करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस कार्य के तहत नगर निगम क्षेत्र की सभी परिसंपत्तियों का जियो टैगिंग, फील्ड सर्वे के माध्यम से किया जाएगा। जिससे परिसंपत्तियों की सही स्थिति, उपयोग और स्थान का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार हो सके। नगर निगम ने इस कार्य की जिम्मेदारी झारखंड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (JSAC) को सौंपी थी। JSAC द्वारा एक जीआईएस आधारित विशेष एप्लीकेशन विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से नगर निगम की परिसंपत्तियों का डिजिटाइजेशन पहले ही पूरा हो चुका है। अब अगले चरण में जियो टैगिंग का कार्य शुरू किया जा रहा है।
गुरुवार को एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें JSAC के प्रतिनिधियों ने फील्ड स्टाफ को एप्लीकेशन के उपयोग, डेटा एंट्री और जियो टैगिंग प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में कर संग्रहकर्ता, राजस्व निरीक्षक, जोनल व वार्ड सुपरवाइजर, कनीय अभियंता सहित सभी फील्ड स्टाफ ने भाग लिया। कार्यक्रम में उप प्रशासक गौतम प्रसाद साहू, सहायक प्रशासक चंद्रदीप कुमार, मुकेश रंजन, निकेश कुमार और अन्य निगमकर्मी मौजूद रहे। इस पहल से रांची नगर निगम की संपत्तियों का रियल-टाइम डेटा संग्रहण संभव होगा, जिससे प्रशासनिक निर्णयों में पारदर्शिता आएगी।
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