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Rashtrapati Bhavan : राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल का नाम बदला, जानिए क्या है नया नाम

by Rakesh Pandey
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नई दिल्ली :  Rashtrapati Bhavan Hall Name Changed  : राष्ट्रपति भवन के ‘दरबार हॉल’ एवं ‘अशोक हॉल’ का नाम बदल दिया गया है। अशोक हॉल का नाम बदलकर अशोक मंडप कर दिया गया है। इसके साथ ही अब राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल को गणतंत्र मंडप के नाम से जाना जाएगा। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के कार्यकाल के दो वर्ष पूरे हुए हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन के हॉल के नाम बदल दिए गए हैं। शायद इस अवसर को यादगार बनाने के लिए राष्ट्रपति भवन के ‘दरबार हॉल’ और ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर ‘गणतंत्र मंडप’, और ‘अशोक मंडप’ कर दिया गया है। राष्ट्रपति भवन के दोनों हॉल के नाम बदले जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा कि अशोक अच्छा नाम है।

इसके साथ ही बता दें कि राष्ट्रपति भवन में 340 कमरे हैं। इन कमरों के अलावा कई विशाल हॉल हैं। इन्हीं में एक दरबार हॉल भी था। दरबार हॉल में कई अहम सरकारी कार्यक्रम आयोजित होते थे। यहां राष्ट्रीय अवॉर्ड भी दिए जाते थे। वहीं अशोक हॉल मूल रूप से एक बॉलरूम था। इसमें औपचारिक बैठकें होती थीं। यहीं पर राष्ट्रपति, विदेशी राजदूतों के लेटर स्वीकार करती हैं।

Rashtrapati Bhavan Hall Name Changed  : भारत में दरबार का चलन हो गया खत्म

‘दरबार हॉल’ में राष्ट्रीय पुरस्कारों के प्रेजेंटेशन जैसे महत्वपूर्ण समारोहों और कार्यक्रमों का आयोजन होता है। वहीं दरबार शब्द का जुड़ाव भारतीय शासकों और अंग्रेजों की अदालतों और सभाओं से है, जहां वे अपने कार्यक्रम आयोजित करते थे। राष्ट्रपति भवन के प्रेस रिलीज में कहा गया कि भारत के गणतंत्र बनने के बाद इसकी प्रासंगिकता खत्म हो गई। गणतंत्र की अवधारणा प्राचीन काल से भारतीय समाज में गहराई से निहित है, इसलिए दरबार हॉल का ‘गणतंत्र मंडप’ नाम बिल्कुल उपयुक्त है।

Rashtrapati Bhavan Hall Name Changed  : अब अशोक हॉल बना अशोक मंडप

“अशोक हॉल” मूल रूप से एक बॉलरूम था। वहीं ‘अशोक’ शब्द का अर्थ है, वह व्यक्ति जो सभी दुखों से मुक्त हो या किसी भी दुख से रहित हो। इसके साथ ही अशोक सम्राट अशोक को संदर्भित करता है, जो एकता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का प्रतीक है। इसीलिए भारत गणराज्य का राष्ट्रीय प्रतीक सारनाथ में अशोक स्तंभ से है,जिसमें सिंह के चार सिर हैं। वहीं यह शब्द अशोक वृक्ष को भी संदर्भित करता है जिसका भारतीय धार्मिक परंपराओं के साथ-साथ कला और संस्कृति में भी गहरा महत्व है। ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर ‘अशोक मंडप’ करने से भाषा में एकरूपता आएगी और अंग्रेजीकरण के निशान मिटेंगे, साथ ही ‘अशोक’ शब्द से जुड़े प्रमुख मूल्यों को भी बरकरार रखा जाएगा।

Rashtrapati Bhavan Hall Name Changed  : प्रियंका गांधी ने कहा- ये शहंशाह का कॉन्सेप्ट है

वहीं राष्ट्रपति भवन के दोनों हॉल के नाम बदले जाने पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने केंद्र की एनडीए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि दरबार का कोई कॉन्सेप्ट नहीं है, लेकिन शहंशाह की अवधारणा है। हर बार की तरह कांग्रेस महासचिव ने इसके बहाने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।

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