धनबाद/Revenue of Rs 50 lakh : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज धनबाद में पौने तीन घंटे बिताएंगे। हर्ल सिंदरी का उद्घाटन से लेकर जनसभा तक संबोधित करेंगे। पीएम ने अपने इन चंद घंटों के आगमन से धनबाद को लगभग 50 लाख रुपये की आर्थिकी से नवाज दिया। परोक्ष व अपरोक्ष रूप से धनबाद को राजस्व मिला है। पीएम का कार्यक्रम भले ही शुक्रवार को निर्धारित है, लेकिन धनबाद के होटल और गेस्ट हाउस एक दिन पहले गुरुवार को ही पीएम के कार्यक्रम में शामिल होने वालों से फुल हो गए। धनबाद के चर्चित व बड़े होटल तक भरे रहे।
यहां तक टू और थ्री स्टार होटलों में भी गुरुवार को जगह नहीं मिली। वीआइपी जरूर सिंफर गेस्ट हाउस, कोयला नगर गेस्ट हाउस, धनबाद परिसदन एवं भाजपा कार्यालय के गेस्ट हाउस में ठहरे। हालांकि यह संख्या भी 200 से अधिक नहीं रही। पीएम कार्यक्रम से एक दिन पहले 1500 वीवीआइपी, वीआइपी और अन्य गेस्ट धनबाद पहुंच गए। इनके अलावा पुलिस विभाग के 58 डीएसपी और दस से अधिक आइपीएस भी पहुंचे। इनमें से 1300 आगंतुकों ने धनबाद के विभिन्न होटलों एवं गेस्ट हाउस में अपना ठिकाना बनाया।
छोटे होटलों में एक कमरा 500 से 1200 रुपये प्रति 12 घंटे की दर से उपलब्ध है। बड़े, टू एवं थ्री स्टार की श्रेणी में आने वाले होटलों में किराया 2000 से साढ़े चार हजार रुपये तक है। औसतन प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये भी एक कमरे में ठहरने के लिए खर्च हुआ तो 1300 लोगों पर 13 लाख रुपये सिर्फ होटल एवं गेस्ट हाउस की कमाई हुई। ठहरने के साथ ही खाने पर तीनों टाइम का न्यूनतम प्रति व्यक्ति 500 रुपये भी जोड़ लें तो यह लगभग सात लाख रुपये हो जाएगा।
इसके अलावा दो दिन तक जनसभा समेत अन्य क्षेत्र भ्रमण के लिए प्रयोग होने वाले वाहनों पर खर्च जोड़ लें तो प्रति वाहन तीन से पांच हजार रुपये खर्च हो जाएगा। धनबाद से दूरी होने पर यह राशि और भी बढ़ सकती है। इस समय धनबाद में 400 से अधिक गाड़ियां इन मेहमानों को लेकर धनबाद शहर में घूम रही हैं। इनमें 80 प्रतिशत गाड़ियां धनबाद की हैं।
इन गाड़ियों के ईंधन और अन्य खर्चों पर लगभग 20 लाख रुपये खर्च हो रहा है। इस तरह देख जाए तो लगभग 50 लाख रुपये धनबाद को राजस्व पीएम के कार्यक्रम से प्राप्त हो रहा है। यह सीधा-सीधा राजस्व है। इसके अलावा बैनर, पोस्टर, ढोल-नगाड़े, झंडा आदि से भी धनबाद के लोगों को रोजगार मिला और लाखों का राजस्व प्राप्त हुआ।


