RANCHI (JHARKHAND): रिम्स निदेशक प्रो डॉ राज कुमार ने शुक्रवार को रिम्स परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभागों की व्यवस्था की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान निदेशक ने सबसे पहले डेंटल कॉलेज का दौरा किया। जहां ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान इंडोर एवं ओटी कॉम्पलेक्स में बिजली बोर्ड की स्थिति खराब पाई गई, जिसे तत्काल दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए। निदेशक ने विभाग में सर्जरी सुविधा को शीघ्र प्रारंभ करने के आदेश भी दिए।
एमआरआई के लिए नई जगह की तलाश
इसके बाद निदेशक ने नई MRI मशीन स्थापना के लिए वैकल्पिक स्थान का निर्धारण किया। दरअसल, पूर्व निर्धारित स्थल से कबाड़ हटाने में देरी के चलते निदेशक ने नया स्थान चिन्हित करते हुए MRI मशीन लगाने वाली कंपनी के इंजीनियर से अनुमति लेने के निर्देश दिए हैं। अनुमति मिलने के बाद स्पेस कमिटी स्थल आवंटित कर मशीन की स्थापना प्रक्रिया शुरू होगी।
जल्द बढ़ेगी जांच की सुविधा
निरीक्षण के दौरान निदेशक ने नए सेंट्रल लैब का भी निरीक्षण किया, जहां वर्तमान में 63 प्रकार की जांच हो रही है। लैब में OPD और IPD मरीजों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। जिनमें 10 काउंटर में 6 OPD और 4 IPD के लिए हैं। जल्द ही लैब में LIS (Laboratory Information System) सुविधा शुरू कर जांच प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल किया जाएगा। निदेशक ने कहा कि सेंट्रल लैब के पूरी तरह क्रियाशील होने के बाद यहां प्रतिदिन 200 से 250 प्रकार की जांच कराई जाएंगी।
ये रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधीक्षक प्रो डॉ हिरेंद्र बिरुआ, अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी, संपदा पदाधिकारी प्रो डॉ शिवप्रिय और चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन भी उपस्थित रहे।