पटना: बिहार के वरिष्ठ राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गए। उनका आवास, जो कि पटना के 9 एम स्ट्रैंड रोड पर स्थित है, एक विशालकाय पेड़ गिरने के कारण बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। यह हादसा रात करीब 9 बजे हुआ, जब पूरा परिवार घर के अंदर था। हालांकि इस दुर्घटना में किसी भी सदस्य को चोट नहीं आई, लेकिन सिद्दीकी की गाड़ी पूरी तरह से चकनाचूर हो गई।
पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त हुई गाड़ी
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इस घटना के बारे में बताते हुए कहा कि, “यह घर हमारे पार्टी के विधायक अशरफ सिद्दीकी का है और उन्हीं के नाम से यह आवास आवंटित हुआ था। हम इसी घर में रहते हैं। लगभग 9 बजे ऐसा लगा कि अचानक कोई बड़ा हादसा हुआ है। बहुत बड़ा पेड़ गिर गया और यदि यह पेड़ घर पर गिरता तो जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था। ऊपरवाले का लाख-लाख शुक्र है कि हम बच गए। हालांकि, हमारी पत्नी की गाड़ी पूरी तरह से चकनाचूर हो गई।”
सुरक्षा में रहे परिवार के सदस्य
सिद्दीकी के बॉडीगार्ड मोहम्मद सलमान ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि, “हम लोग सो रहे थे, जब अचानक एक जोरदार आवाज आई। कमरे से बाहर निकलते ही देखा कि एक विशाल पेड़ गाड़ी पर गिरा हुआ था। हमें लगा अगर कोई बाहर होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन हमारी गाड़ी पूरी तरह से डैमेज हो गई।”
एक लंबा राजनीतिक सफर
अब्दुल बारी सिद्दीकी बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले हैं और 23 दिसंबर, 1953 को उनका जन्म हुआ। वे आरजेडी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं और लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। उन्होंने 2007 में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और बिहार सरकार में मंत्री भी रहे। 1977 में उन्होंने जनता पार्टी के टिकट पर दरभंगा की बहेड़ा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जिसके बाद उन्हें कर्पूरी ठाकुर सरकार में संसदीय कार्यमंत्री का पद सौंपा गया।
सिद्दीकी ने 1980 से 1990 के बीच तीन बार करारी हार का सामना किया, लेकिन 1992 में वे विधान परिषद के सदस्य बने। उन्होंने 2007 में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला और बाद में 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में भाग लिया, हालांकि दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बाद में उन्होंने विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की और 2015 में महागठबंधन सरकार में वित्त मंत्री का पद ग्रहण किया।
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की सक्रियता
घटना के बाद पटना पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पेड़ को हटाने की प्रक्रिया शुरू की। सिद्दीकी के परिवार ने इस हादसे को लेकर कोई गंभीर चोट नहीं लगने के लिए राहत की सांस ली ।