पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की आज होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर सबकी नजरें टिकी हैं। इस बैठक में पार्टी के भविष्य को लेकर कई अहम फैसले हो सकते हैं, जिनमें से एक सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या तेजस्वी यादव को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जाएगा? इसके अलावा, मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में तेजस्वी यादव का नाम भी सामने आ सकता है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक: क्या बदलाव आएगा?
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पार्टी के लिए बहुत अहम है, खासकर इस साल के विधानसभा चुनाव को देखते हुए। RJD के प्रवक्ता एजाज अहमद ने बैठक की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि यह बैठक पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने का अवसर प्रदान करेगी। इस दौरान चुनाव के एजेंडे को लेकर भी फैसले हो सकते हैं, जिसमें किस मुद्दे को प्राथमिकता दी जाएगी, इस पर मंथन होगा। साथ ही, यह बैठक गठबंधन से लेकर अन्य राजनीतिक रणनीतियों को लेकर भी चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकती है।
तेजस्वी यादव को मिल सकती है पार्टी की कमान
राष्ट्रीय जनता दल में लंबे समय से नेता प्रतिपक्ष के रूप में सक्रिय तेजस्वी यादव अब पार्टी के नेतृत्व में भी बदलाव की ओर इशारा कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि तेजस्वी यादव को इस बार RJD का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया जाए। पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में यह चर्चा तेज हो गई है, खासकर लालू प्रसाद यादव के बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए। अगर तेजस्वी को पार्टी की कमान मिलती है, तो यह उनके राजनीतिक करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
जगदानंद सिंह पर भी हो सकता है बड़ा फैसला
RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पिछले कुछ समय से पार्टी अध्यक्ष पद से हटने की इच्छा जता चुके हैं। कई बार वह ऑफिस में आना छोड़ चुके हैं, लेकिन लालू यादव ने हर बार उन्हें मनाने में सफलता पाई है। अब सवाल यह है कि क्या पार्टी इस बार प्रदेश अध्यक्ष के पद पर किसी नए व्यक्ति को चुनने का फैसला करेगी। यदि ऐसा होता है तो पार्टी के भीतर एक और बड़ा बदलाव आ सकता है, जिसका असर आगामी विधानसभा चुनावों पर भी पड़ेगा।
गठबंधन पर भी होगी चर्चा: कौन रहेगा, कौन जाएगा?
बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन का अहम रोल रहेगा। ऐसे में इस बैठक में गठबंधन की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है। यह सवाल उठ सकता है कि आगामी चुनाव में RJD को किन-किन दलों के साथ गठबंधन करना चाहिए और कौन से दलों को कितनी सीटें दी जाएं। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी इस मुद्दे पर भी रणनीति बना सकती है, ताकि गठबंधन को मजबूती मिल सके और चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।