चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के खूंटपानी प्रखंड अंतर्गत होरलोर गांव के 12 वर्षीय बच्चे श्याम लाल बानरा की शनिवार को 11 हजार वोल्ट बिजली के तार की चपेट में आने से रिम्स में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। बिजली विभाग की लापरवाही के विरोध में रविवार देर शाम करे रांची से बच्चे का शव आने के बाद खूंटपानी प्रखंड अंतर्गत खूंटा गांव में राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच 75 ई.) पर बीचों बीच शव को रखकर ग्रामीणों ने मुआवजा को लेकर जाम कर दिया। जाम का नेतृत्व खूंटपानी प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा व भाजपा नेता देवी शंकर दत्ता उर्फ काबू दत्ता कर रहे थे।
ग्रामीणों ने किया चाईबासा सरायकेला मार्ग जाम
इस दौरान ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। ग्रामीणों का कहना था कि बिजली विभाग हमेशा से लापरवाही करता आया है। आए दिन इस तरह की लापरवाही से गाय, बैल, बकरी, पशु-पक्षियों का नुकसान ग्रामीणों को होना पड़ता है। बिजली विभाग की लापरवाही से आज एक बालक की जान गई है। बिजली विभाग को सूचना देने के बावजूद भी बिजली को समय पर अगर काट दिया जाता तो बच्चे की जान नहीं जाती।
इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण एनएच 75 को जाम कर रखा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक वरीय अधिकारी व पदाधिकारी का आश्वासन नहीं मिल जाता है तब तक सड़क को बाधित रखा जायेगा। इस दौरान पांड्राशाली ओपी पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी गई और ग्रामीणों को काफी समझाया लेकिन ग्रामीण मुआवजा को लेकर डटे रहे। ग्रामीणों के प्रदर्शन की वजह से चाईबासा-सरायकेला मार्ग शाम छह बजे से जाम है। इस रास्ते से वाहनों का आवागमन बंद है। समाचार लिखे जाने तक जाम नहीं हटा है।
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