नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (एनआर-I) ने रोहिणी के सेक्टर-34 में मुनक नहर के पास एक तीखी मुठभेड़ के बाद कपिल सांगवान उर्फ नंदू और वेंकटेश गर्ग गैंग के दो शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर बवाना हत्याकांड का खुलासा किया। गिरफ्तार बदमाश हिसार, हरियाणा निवासी सोमबीर उर्फ चिनू और भास्कर कॉलोनी, चंडीगढ़ निवासी विजय (31) हैं। मुठभेड़ में दोनों तरफ से 9 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें बदमाशों के पैर में गोली लगी। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गौरतलब हो कि 27 जून को बवाना में शेयर ट्रेडर दीपक, जो गैंगस्टर मंजीत महाल का भांजा था, की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमला तब हुआ जब वह अपनी 10 वर्षीय बेटी अंचल के साथ मॉर्निंग वॉक पर था। इस हमले में उनकी 10 वर्षीय बेटी अंचल भी घायल हुई थी। सोमबीर मुख्य शूटर था, जबकि विजय ने लॉजिस्टिक सपोर्ट और शरण देने में भूमिका निभाई। विजय का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड है। डीसीपी हर्ष इंदौरा ने बताया कि टीम को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद एसीपी अशोक शर्मा की अगुआई में क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाया।
सुबह घेराबंदी के दौरान बदमाशों ने पुलिस पर पांच राउंड फायर किए, जिसमें एक गोली मिसफायर हुई। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में चार राउंड चलाए और दोनों को पकड़ लिया। बरामदगी में दो देसी पिस्टल, सात जिंदा कारतूस, एक मिसफायर राउंड और चार खाली खोखे शामिल हैं। डीसीपी हर्ष इंदौरा ने कहा कि यह ऑपरेशन हमारी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। बवाना हत्याकांड सुलझने से अपराधियों में खौफ बढ़ेगा। कपिल सांगवान और वेंकटेश गर्ग गैंग हत्या, उगाही और ड्रग तस्करी में सक्रिय है। पुलिस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में छानबीन कर रही है और जनता से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना साझा करने की अपील की