रांची : राजधानी रांची के लालपुर थाना क्षेत्र में बैंक धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। एक महिला के खाते से अवैध तरीके से एक लाख 90 हजार रुपये निकाल लिए गए। महिला ने बैंक मैंनेजर और शाखा कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि साजिश के तहत पुराने चेक को स्वीकार कर, तारीख में ओवरराइटिंग नजरअंदाज करके और सिग्नेचर के बिना भुगतान किया गया है। इस मामले को लेकर पीड़िता ने लालपुर थाना में एफआईआर दर्ज कराई है।
इटकी की रहने वाली दीपशिखा का आरोप है कि उनके पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) लालपुर शाखा के खाता संख्या 7549000100015156 से 1 लाख 90 हजार रुपये की राशि धोखाधड़ी कर निकाल ली गई। यह राशि पीएनबी मोरहाबादी शाखा के माध्यम से निकाली गई है। एफआईआर में महिला ने बताया है कि यह धनराशि 01 अगस्त 2022 के एक चेक के आधार पर निकाली गई, जिसका नंबर 173431834024008 है। इस चेक की तारीख में वर्ष 2022 को काटकर 2025 कर दिया गया और उसमें ओवरराइटिंग के बावजूद बैंक ने भुगतान कर दिया। इतना ही नहीं, पीएनबी मोरहाबादी शाखा की ओर से उन्हें न तो कोई कॉल आया और न ही किसी प्रकार का अलर्ट मैसेज भेजा गया।
बैंक में नहीं किया गया सहयोग
महिला ने आगे बताया कि इस पूरे प्रकरण में शाखा कर्मचारी सुनील केरकेट्टा की मिलीभगत रही है। उनके अनुसार, जिस चेक पर भुगतान किया गया, उसमें उनका सिग्नेचर भी नहीं था, बावजूद इसके, शाखा कर्मचारी ने राशि पारित कर दी। जब वह शिकायत लेकर शाखा पहुंचीं तो किसी ने सहयोग नहीं किया, बल्कि उन्हें डांटकर भगा दिया गया।
महिला से सीए ने लिए थे 4-5 ब्लैंक चेक
दीपशिखा के अनुसार, इस धोखाधड़ी के पीछे चार्टर्ड अकाउंटेंट आकाश कुमार झंडई का हाथ है। आकाश लोन का भी कार्य करता है। आरोप है कि आकाश ने 2022 में दीपशिखा की बहन का एजुकेशन लोन पास कराने के नाम पर अपने मेट्रो गली स्थित कार्यालय में चार से पांच ब्लैंक चेक लिए थे। उन्हीं चेकों में से एक चेक, जो बिना सिग्नेचर का था, अब धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किया गया है।
चेक लौटाने के मामले में करता रहा टालमटोल
एफआईआर के अनुसार, पीड़िता नेकई बार आकाश झंडई से अपने ब्लैंक चेक वापस मांगे, लेकिन उन्होंने टालमटोल करते हुए कभी लौटाए नहीं। जिस महादेवा नाम के खाते में राशि स्थानांतरित की गई है, उसके प्रोपराइटर स्वयं आकाश कुमार झंडई हैं। इसका खाता नंबर 0388202100002815 बताया गया है। यह खाता पीएनबी मोरहाबादी शाखा में 18 दिसंबर 2024 को खोला गया था। आरोप है कि इस पूरे मामले में पीएनबी मोरहाबादी शाखा के कर्मचारी सुनील केरकेट्टा भी प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं, क्योंकि भुगतान की प्रक्रिया उन्होंने ही पूरी की। उन्होंने बैंक प्रबंधक और शाखा कर्मचारियों पर साजिश के तहत पुराने चेक को स्वीकार करने, तारीख में ओवरराइटिंग नजरअंदाज करने और सिग्नेचर के बिना भुगतान करने का गंभीर आरोप लगाया है।
शादी के लिए बचाकर रखी गई थी राशि
दीपशिखा ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु लगभग 25 वर्ष पहले हो चुकी है और परिवार में उनकी बीमार मां और दो छोटी बहनें हैं। मां बीते 20 वर्षों से हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित हैं। इस घटना के बाद उनका स्वास्थ्य और भी बिगड़ गया है। महिला ने बताया कि यह राशि उनकी शादी के लिए बचाई गई थी, जिसे अब धोखाधड़ी कर उड़ा लिया गया। पीड़िता ने पुलिस से आरोपी आकाश कुमार झंडई, शाखा प्रबंधक, संबंधित बैंक कर्मियों तथा इस पूरे षड्यंत्र में शामिल अन्य लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।