VIVEK SHARMA
RANCHI (JHARKHAND): राजधानी का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी हॉस्पिटल सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। अब मरीजों को केवल सुबह ही नहीं, बल्कि शाम में भी डॉक्टरों से कंसल्टेशन की सुविधा मिलेगी। दरअसल, अस्पताल प्रशासन द्वारा शुरू की जा रही इवनिंग ओपीडी (Evening OPD) सेवा का रास्ता साफ हो गया है। इसके तहत मरीज अब दोपहर 3 बजे से लेकर देर शाम तक विशेषज्ञ डॉक्टरों से अपना इलाज करवा सकेंगे।
इंटरव्यू के लिए आए डॉक्टर
इवनिंग ओपीडी शुरू करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। 42 डॉक्टरों ने अस्पताल में आयोजित इंटरव्यू में हिस्सा लिया। इसमें से 21 डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी। इन डॉक्टरों की तैनाती इवनिंग ओपीडी और सुपर स्पेशियलिटी विभागों में की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही इनका चयन कर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
सुबह 9 से 3 बजे तक चल रही ओपीडी
फिलहाल सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक ही सीमित है। इस कारण से कामकाजी मरीजों, ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोगों या व्यस्त दिनचर्या वाले व्यक्तियों को परेशानी होती थी। अब इवनिंग ओपीडी शुरू होने से न सिर्फ मरीजों को सहूलियत होगी।
सुपर स्पेशियलिटी विभाग भी होंगे सक्रिय
इवनिंग ओपीडी के साथ-साथ सदर अस्पताल में कई नए सुपर स्पेशियलिटी विभागों को भी एक्टिव किया जा रहा है। इसमें नेफ्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, हेपेटोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑर्थो सर्जरी (हड्डी रोग) और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी (चेहरे व जबड़े की सर्जरी) जैसे विभाग शामिल हैं। ये विभाग पहले से नाम मात्र में कार्यरत थे, लेकिन अब इन्हें पूर्ण रूप से सशक्त किया जा रहा है। ये विभाग शुरू हो जाने से रिम्स जैसे बड़े संस्थानों पर भार कम होगा। इसी को ध्यान में रखते हुए इवनिंग ओपीडी और सुपर स्पेशियलिटी विभागों को तेजी से विकसित किया जा रहा है।
लोगों को मिलेगा बड़ा लाभ
इस नई व्यवस्था से न केवल रांची शहर, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। अब उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पतालों या दूर-दराज की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही सरकारी अस्पतालों में भीड़ को नियंत्रित करने और मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इवनिंग ओपीडी की शुरुआत अगले कुछ हफ्तों में कर दी जाएगी। डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके बाद मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी।