इंटरटेनमेंट डेस्कः समय रैना के यूट्यूब शो India’s Got Latent, जो युवाओं के बीच बेहद तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, हाल ही में शो के मेहमानों द्वारा की गई एक टिप्पणी को लेकर बुरी तरह से विवादों में फंस गया है। उस एपिसोड में समय रैना, रणवीर अल्लाहबादिया, अपूर्वा मखिजा, आशीष चंचलानी और जसप्रीत सिंह को देखा गया था, हांला कि इस एपिसोड को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हटाया जा चुका है। अब जैसे ही कंटेंट क्रिएटर्स को कानूनी दांव-पेंचों का सामना करना पड़ा, आशीष चंचलानी के वकील ने एक अपडेट दिया।
आशीष चंचलानी के वकील ने कहा…..
आशीष चंचलानी के वकील को हाल ही में शहर में पापाराजी ने नोटिस किया। जब उनसे कानूनी कार्यवाही के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “सब कुछ जल्दी ही मीडिया में सामने आ जाएगा। ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। फिलहाल मामला सब जूडिस्यरी में है… कुछ बोल नहीं सकते।”
जब पापाराजी ने आशीष चंचलानी के वकील से और ज्यादा जानकारी साझा करने की कोशिश की, तो वकील ने कहा कि यह बातें मीडिया में नहीं बताई जा सकतीं। बता दें कि आशीष इस विवाद में India’s Got Latent नाम के शो के कारण फंसे हैं। शो के एक हालिया एपिसोड में आशीष, कॉमेडियन समय रैना और यूट्यूबर्स रणवीर अल्लाहबादिया, अपूर्वा मखिजा और जसप्रीत सिंह नजर आए थे, जिसमें रणवीर अल्लाहबादिया ने एक अनुचित मजाक किया था।
पुलिस पहुंची रणवीर अल्लाहाबादिया के घर
मुंबई पुलिस की एक टीम मंगलवार को यूट्यूबर और कंटेंट क्रिएटर रणवीर अल्लाहबादिया, जिन्हें बीयरबाइसेप्स के नाम से जाना जाता है, के निवास पर पहुंची, जो कि यूट्यूब रियलिटी शो में अपने विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर कानून पचड़ों में फंस चुके है, हांला कि रणवीर ने इस विवाद के बाद एक अपोलॉजी पोस्ट भी किया।
क्या कहा था रणवीर ने
उन्होंने एक प्रतियोगी से पूछा, “क्या आप अपने माता-पिता को हर रोज़ सेक्स करते हुए देखना चाहेंगे, या एक बार इसमें शामिल होकर उसे हमेशा के लिए रोक देंगे?” यह सवाल दर्शकों को बिल्कुल पसंद नहीं आई और कई लोगों ने इस टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें बीयरबायसेप्स के नाम से प्रसिद्ध रणवीर को जमकर लताड़ा गया।
संसद भी कर सकता है क्रिएटर्स को तलब
रणवीर अल्लाहबादिया, आशीष चंचलानी और अन्य मेहमानों को अश्लीलता और गंदगी फैलाने के आरोप में पुलिस FIR में नामजद किया गया है। इस विवाद ने डिजिटल युग में हंसी मजाक की सीमाओं पर एक राष्ट्रीय बहस छेड़ दी, जिसके बाद सरकार के निकाय जैसे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस तरह के कंटेंट को यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म से हटाने की मांग की। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, संसद भी रणवीर और अन्य मेहमानों को तलब कर सकती है।