लखनऊ: उत्तर प्रदेश में संस्कृत शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाएं कल, 27 फरवरी से शुरू हो रही हैं। पहली परीक्षा अनिवार्य संस्कृत की होगी, जिसमें प्रदेश के 247 परीक्षा केंद्रों पर 56,700 विद्यार्थी भाग लेंगे। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली में सुबह 8:30 बजे से 11:45 बजे तक पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं) और उत्तर मध्यमा प्रथम (11वीं) की परीक्षा होगी। वहीं, दूसरी पाली में दोपहर 2:00 बजे से 5:15 बजे तक उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) की परीक्षा आयोजित होगी।
परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बार, परीक्षा के बाद परीक्षा केंद्रों को तुरंत ऑनलाइन छात्रों की उपस्थिति भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इस प्रक्रिया से भविष्य में उपस्थिति में किसी तरह का बदलाव किया जा सकता है। इसके लिए छात्रों की फोटो और विषय लिखा हुआ उपस्थिति पत्रक भी तैयार किया गया है। नकल के मामलों में पकड़े गए छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं डाक के माध्यम से सीधे परिषद कार्यालय भेजी जाएंगी, न कि मूल्यांकन केंद्रों पर।
इसके अतिरिक्त, परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं पर संस्कृत शिक्षा परिषद का लोगो प्रिंट किया गया है ताकि कोई भी बदलाव न हो सके। कॉपियां सिलाई युक्त दी गई हैं ताकि पन्ने बदलने की कोई संभावना न हो। परीक्षाओं की निगरानी के लिए सचल दल का गठन किया गया है और सभी जिलों में मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक और डीआईओएस को नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही, यूपी बोर्ड की परीक्षा के पर्यवेक्षक भी संस्कृत शिक्षा परिषद की परीक्षा की निगरानी करेंगे। प्रदेशभर में जिला, मंडल और राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहां से परीक्षा की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। परीक्षा के बाद, उत्तर पुस्तिकाएं सचिव के हस्ताक्षर वाले बंडल पेपर सील से भेजी जाएंगी। ताकि किसी तरह का फेरबदल न किया जा सके।
Read Also: Arka Jain University : ऑप्टोमेट्री के छात्रों ने आधुनिक आई केयर तकनीकों की बारीकियों को समझा