गुरुग्राम : हरियाणा के गुरुग्राम में दिवाली के पहले एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें एक ही परिवार के चार लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि इस घटना में जान गंवाने वाले सभी लोग बिहार के पूर्वी चंपारण के रहने वाले थे। हादसा गुरुग्राम के सरस्वती एनक्लेव के जे ब्लॉक स्थित एक मकान में देर रात हुआ, जब एक कमरे में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। धुएं से दम घुटने और आग से जलने के कारण हादसे में दो सगे समेत रिश्ते में चार भाइयों की मौत हो गई। जली अवस्था में चारों के शव कमरे से बरामद किए गए। तीन युवक गारमेंट कंपनी में टेलरिंग का काम करते थे और एक 17 वर्षीय किशोर दसवीं कक्षा का छात्र था। सभी मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले थे और फिलहाल यहां कई सालों से रह रहे थे।
घटना के समय मकान में मौजूद मृतकों के परिजन दूसरे कमरे में सो रहे थे, जिससे वे सुरक्षित रहे। जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान सकूर मियां के पुत्र मोहम्मद नूर आलम (30), मुस्ताक आलम (24), भतीजा सहिल और 17 वर्षीय अमन के रूप में हुई है। अमन दसवीं का छात्र था और सभी लोग गुरुग्राम में किराए के मकान में रह रहे थे। जैसे ही आग लगी, परिवार के चारों लोग उसे बुझा नहीं सके और धुएं और आग की चपेट में आकर उनकी जान चली गई।
इस दर्दनाक हादसे की खबर जैसे ही पूर्वी चंपारण के घोड़ासन थाना क्षेत्र के खैरवा लौखान गांव में पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दिवाली की खुशियों की तैयारी में जुटे गांव वालों के चेहरों पर मातम छा गया। परिवार और गांव के लोग गहरे सदमे में हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इस हादसे में मारे गए चारों बिहारवासियों के प्रति संवेदना व्यक्त की और परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने लिखा, “हरियाणा के गुरुग्राम में एक मकान में आग लगने से चार बिहारवासियों की मौत का समाचार अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं।” इस घटना ने प्रवासी मजदूरों की मुश्किल परिस्थितियों को भी उजागर किया है, जो बेहतर रोजगार की तलाश में अपने परिवारों से दूर ऐसे शहरों में रहते हैं।
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