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CSIR-NML and XITE Innovation Project : गम्हरिया के गांव बनेंगे साइंस-टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब, CSIR-NML और XITE ने बनाई कार्य योजना

ICAR-DST विशेषज्ञ डॉ. बीके झा की अध्यक्षता में अगले छह महीने की बनी कार्य योजना, छह गांवों को मिलेगा लाभ.

by Reeta Rai Sagar
CSIR-NML and XITE launch innovation project in Gamharia villages
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Jamshedpur (Jharkhand) : सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड के छह चयनित गांवों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई है। ‘साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन हब’ शीर्षक से DST (विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार) द्वारा अनुमोदित इस परियोजना का संयुक्त कार्यान्वयन CSIR-NML (नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेटरी) और XITE गम्हरिया द्वारा किया जा रहा है।

इस परियोजना की समीक्षा और कार्य योजना निर्माण के लिए शुक्रवार को CSIR-NML परिसर के कॉन्फ्रेंस हॉल में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता ICAR, DST एवं विशेषज्ञ समिति के सदस्य डॉ. बीके झा ने की। बैठक में दोनों संस्थानों के अधिकारी, विशेषज्ञ और परियोजना सदस्य उपस्थित रहे।

डॉ. बीके झा के मार्गदर्शन में बनी छह महीने की कार्य योजना

बैठक में अगले छह महीनों में लक्षित गांवों में परियोजना की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए सुव्यवस्थित रणनीति बनाई गई। कार्य योजना में निम्नलिखित हस्तक्षेप शामिल हैं:

ऑयस्टर मशरूम की खेती का प्रशिक्षण

छह चयनित गांवों के 120 परिवारों को ऑयस्टर मशरूम की व्यावसायिक खेती का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

लेमनग्रास की खेती के मास्टर ट्रेनर

लक्षित गांवों से 10 प्रतिभागियों को लेमनग्रास की खेती हेतु मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा, जो आगे चलकर अन्य ग्रामीणों को भी प्रशिक्षित करेंगे।

जल प्रबंधन और किचन गार्डन

वर्षा जल संचयन और ड्रिप इरिगेशन की मॉडल प्रणाली विकसित की जाएगी, जिससे छोटे स्तर पर किचन गार्डन को बढ़ावा दिया जा सके।

परियोजना के प्रमुख उद्देश्य

ग्रामीणों को सतत और समृद्ध आजीविका उपलब्ध कराना

परिवारों की आय में वृद्धि

खाद्य सुरक्षा और पोषण की स्थिति में सुधार

महिला सशक्तिकरण के माध्यम से समुदाय-आधारित विकास को बढ़ावा देना

परियोजना की सफलता को लेकर जताई गई उम्मीद

बैठक के अंत में डॉ. बीके झा ने सभी चर्चाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए परियोजना के क्रियान्वयन के दौरान हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने हस्तक्षेपों को व्यावहारिक और सामुदायिक जरूरतों के अनुरूप बताया।

इस अवसर पर CSIR-NML और XITE की परियोजना टीम ने डॉ. झा को उनके दिशानिर्देशों और मार्गदर्शन के लिए आभार प्रकट किया। परियोजना से जुड़ी सभी गतिविधियों का क्रियान्वयन सितंबर 2025 से दिसंबर 2025 तक प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

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