हाथरस : हाथरस में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। 30 साल पहले हुई हत्या के रहस्य का पर्दाफाश उस वक्त उठा, जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में एक घर के आंगन की खोदाई की गई और वहां से एक मानव कंकाल बरामद हुआ। यह कंकाल उसी जगह मिला, जहां मृतक की पत्नी चारपाई बिछाकर सोती थी।
बेटे ने खोला राज
मृतक बुद्ध सिंह के बेटे पंजाबी सिंह ने आरोप लगाया है कि उसके दो भाइयों और मां ने मिलकर 30 साल पहले उसके पिता की हत्या की थी। उस समय पंजाबी केवल 9 साल का था और उसने उस भयावह घटना को अपनी आंखों के सामने होते देखा था। हालांकि, बाद में उसे डरा धमका कर इस घटना को भूल जाने के लिए कहा गया। लेकिन एक दिन, उसके भाई ने नशे में अपनी जुबान खोली और पुरानी बातें याद दिला दीं, जिससे उसकी यादें ताजा हो गईं।
खोदाई में मिलीं हड्डियां
बुद्ध सिंह, जो पेशे से किसान थे, 1994 में अचानक लापता हो गए थे। उनके परिवार ने उन्हें हर जगह तलाशा, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। अब, 30 साल बाद, पंजाबी सिंह ने अपने पिता की हत्या के आरोप लगाए। उसने बताया कि उसके परिवार के सदस्यों ने एक ग्रामीण की मदद से बुद्ध सिंह की हत्या की और उनके शव को आंगन में दफना दिया।
पुलिस की कार्रवाई
डीएम के सामने अपनी बात रखते हुए पंजाबी ने कहा कि अगर पुलिस खोदाई कराए तो पुख्ता सबूत मिल सकते हैं। इस पर डीएम ने तुरंत पुलिस को जांच करने का आदेश दिया। 26 सितंबर को खोदाई शुरू हुई और नतीजा यह रहा कि वहां एक नर कंकाल मिला। अब पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए कंकाल का डीएनए परीक्षण कराने की तैयारी कर रही है।
नया मोड़
यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि परिवार के भीतर छिपे राज का भी है। 30 साल बाद जब सच बाहर आया, तो गांव में हलचल मच गई। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की जांच क्या मोड़ लेगी और क्या न्याय मिलेगा, इस लापता किसान के परिवार को।