दुमका: झारखंड के वरिष्ठ अधिवक्ता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख स्तंभ विजय सिंह का निधन हो गया। उनके निधन की खबर ने पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ा दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और इसे व्यक्तिगत क्षति बताया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का शोक संदेश
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट साझा कर विजय सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, “आदरणीय बाबा के आंदोलन के साथी, वरिष्ठ अधिवक्ता, झामुमो परिवार के स्तंभ और मेरे अभिभावक स्वरूप आदरणीय श्री विजय सिंह जी के निधन की खबर से अत्यंत मर्माहत हूं।”
मुख्यमंत्री ने विजय सिंह को झामुमो परिवार और दुमका की जनता की सेवा के प्रति समर्पित व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि विजय सिंह के निधन से न केवल झामुमो परिवार बल्कि पूरे राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है।
झामुमो के लिए अहम योगदान
विजय सिंह झारखंड आंदोलन के समय से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ जुड़े थे। उन्होंने पार्टी की नींव मजबूत करने और राज्य की जनता के अधिकारों के लिए हमेशा संघर्ष किया। उनके नेतृत्व और अनुभव ने झारखंड की राजनीति को नई दिशा दी। विजय सिंह अपनी सादगी, सौम्यता, और संघर्षशील व्यक्तित्व के लिए पहचाने जाते थे।
शोक में पूरा झामुमो परिवार
झामुमो के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी विजय सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी ने कहा कि उनका निधन झारखंड आंदोलन के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं
मुख्यमंत्री ने विजय सिंह के परिवार को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करने की कामना की। उन्होंने कहा, “मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को इस दुख को सहन करने की ताकत दें।”
विजय सिंह: एक दृष्टिकोण
विजय सिंह को दुमका की जनता के सच्चे प्रतिनिधि और झामुमो के संरक्षक के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने अपने पूरे जीवन को झारखंड और झामुमो के उद्देश्यों के लिए समर्पित कर दिया। उनके जाने से राज्य ने एक अनुभवी नेता और जनता ने एक सच्चा मार्गदर्शक खो दिया है
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