नई दिल्ली: Sheikh Hasina resigns: बांग्लादेश में सोमवार को तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और राजधानी ढाका छोड़ दिया। इस दौरान राष्ट्र के नाम टेलीविजन संबोधन में, सेना प्रमुख वकर-उज़-ज़मान ने कहा कि सेना अंतरिम सरकार बनाएगी। कहा जा रहा है कि कुछ देर में ही वे इसकी पूरी रूप रेखा रख सकते हैं।
बांग्लादेश की सड़कों पर रविवार को भीषण झड़पें हुईं, जिसमें मरने वालों की संख्या कम से कम 300 हो गई। हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया। यह प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान प्रदर्शकारी प्रधानमंत्री आवास में घुस गए और जमकर तोड़फोड़ की। हालांकि इससे पहले शेख हसीना देश छोड़कर जा चुकी थी वह अभी भारत पहुंची हैं।
माना जा रहा है कि कुछ दिनों तक यहां रहने के बाद वह लंदन जा सकती हैं। इसके साथ ही दक्षिण एशिया में भारत के सबसे विश्वस्त सरकार की भी विदाई हो गई है।
Sheikh Hasina resigns: बांग्लादेश के आगे क्या होगा कुछ पता नहीं
बांग्लादेश का भविष्य कैसा होगा अभी यह अस्पष्ट नहीं है। वहां सैन्य शासन लंबा चलता है या जल्द ही चुनाव करवाये जाते हैं, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन कई वजहें हैं जिसके कारण बांग्लादेश के हालात भारत के लिए चिंता का कारण है।
Sheikh Hasina resigns: भारत की करीबी थीं हसीना
शेख हसीना पर भारत आंख मूंद कर भरोसा कर सकता था। चाहे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की यूपीए-दो का कार्यकाल हो या विगत दस वर्षों से पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार हो, शेख हसीना ने हमेशा भारतीयों हितों का ख्याल रखा। पहले, ढाका से उन्होंने पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आइएसएआइ के नेटवर्क और पाक की मदद से फल-फूल रहे भारत विरोधी कट्टरपंथियों की दुकानें बंद करवाई। वर्षों से ढाका व काक्सबाजार में छिप कर रहने वाले असम के आतंकियों का सफाया कराया।